बिहार विधानसभा चुनाव और मध्यप्रदेश, गुजरात और उत्तर प्रदेश उपचुनावों में भारी जीत के बाद बीजेपी अब बंगाल में विपक्ष को खुली चुनौती दे रही है। कल आये परिणामों के बाद बीजेपी के पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर कहा, “बिहार के चुनाव नतीजे उनके लिए सबक है, जो इस ग़लतफ़हमी में थे कि भाजपा का जादू उतार पर है। लेकिन, बिहार के मतदाताओं ने जनभावनाओं का अहसास करा दिया। इन नतीजों से ममता दीदी की सिट्टी-पिट्टी गुम है, जो पश्चिम बंगाल की गद्दी को जिंदगीभर का ठिकाना समझ रही थी!”
इस ट्वीट के नीचे विजय वर्गीय ने हैश टैग करते हुए बंगला में लिखा है – “एबार_ बांग्ला_पारले_सामला” जिसका मतलब है – अब बंगाल , हो सके तो सम्भाल।
बिहार के चुनाव नतीजे उनके लिए सबक है, जो इस ग़लतफ़हमी में थे कि भाजपा का जादू उतार पर है। लेकिन, बिहार के मतदाताओं ने जनभावनाओं का अहसास करा दिया। इन नतीजों से ममता दीदी की सिट्टी-पिट्टी गुम है, जो पश्चिम बंगाल की गद्दी को जिंदगीभर का ठिकाना समझ रही थी!#এবার_বাংলা_পারলে_সামলা
— Kailash Vijayvargiya (Modi Ka Parivar) (@KailashOnline) November 11, 2020
विजयवर्गीय ने कहा कि पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा दो-तिहाई बहुमत के साथ सरकार बनाएगी क्योंकि जनता तृणमूल कांग्रेस के कुशासन से तंग आ चुकी है और उन्हें बदलाव चाहिए।
अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी का उत्साह और मनोबल काफी ऊँचा हो गया है। विशेष कर बिहार चुनाव में बीजेपी को मिली सीटों के बाद पार्टी बंगाल में अपनी जीत को लेकर काफी आश्वस्त है।
बता दें, कि बीजेपी बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी के बाद दूसरे स्थान पर है। पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनावों में दोनों दलों के बीच सीधी लड़ाई थी।
हाल ही में अमित शाह बंगाल की यात्रा पर थे। अमित शाह ने बंगाल में कानून व्यवस्था की आलोचना करते हुए कहा था ममता बनर्जी गरीबों की अनदेखी कर रही हैं! उससे पहले अक्तूबर में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सिलिगुड़ी में एक जनसभा में सीएए लागू करने की घोषणा की थी।