दस मौतों के साथ 1781 नए संक्रमित, प्रदेश में 85 हज़ार से ज्यादा संक्रमित


प्रदेश में अब एक्टिव मरीजों का आंकड़ा 85 हजार से ज्यादा हो गया है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, अस्पतालों और कोविड सेंटर्स के सामान्य बेड पर महज 4,030 मरीज हैं।


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indore-2020

इंदौर। शहर में कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है।शहर में बुधवार को 1781 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। इसी बीच 10 लोगों की मौत हुई है। बुधवार को  9709 सैपलों की जांच की गई इनमें 841 मरीज को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया। अब तक कुल मरने वालों का आंकड़ा 1079 पर पहुंच गया है। अस्पतालों में अब नए मरीज़ों के लिए जगह नहीं है और अब वहां इसकी सूचना देने वाले बोर्ड लगा दिये हैं। अरबिंदों अस्पताल में भी ऐसे ही बोर्ड लगा दिये गए हैं।

बीते 24 घंटे में प्रदेश में 13,107 नए संक्रमित मिले हैं। इंदौर के बाद भोपाल में सबसे ज्यादा 1729 नए संक्रमित मिले हैं और पांच मौतें संक्रमण के चलते हुई हैं। वहीं ग्वालियर में 1190 संक्रमितों के साथ सात मौतें, जबलपुर में भी सात मौत संक्रमण के कारण हुईं हैं और यहां 803 नए संक्रमित मिले हैं। इस तरह इन चार बड़े शहरों में ही करीब  5500 से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं।

प्रदेश में अब एक्टिव मरीजों का आंकड़ा 85 हजार से ज्यादा हो गया है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, अस्पतालों और कोविड सेंटर्स के सामान्य बेड पर महज 4,030 मरीज हैं। इससे 4 गुना से ज्यादा 19,172 मरीज ऑक्सीजन बेड पर हैं। इनमें से 6,639 मरीज गंभीर हालत में ICU में हैं। इसलिए ऑक्सीजन की ज्यादा जरूरत पड़ रही है।

बुधवार को पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन भी संक्रमित पाईं गईं। उन्हें बॉम्बे हास्पिटिल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के मुताबिक उन्हें हल्का बुखार था लेकिन उनकी स्थिति अब ठीक है। इसके अलावा बुधवार को एक महिला 14 दिन की कोरोना संक्रमित बच्ची को अस्पताल में भर्ती करवाने के लिए भटकती रही। इस बारे में जब इंटरनेट मीडिया पर खबरें चलने लगीं तो संक्रमित शिशु को एक निजी अस्पताल में बेड मिल सका।  इस बच्ची की हालत अब ठीक है।

बच्ची की मदद करने वाले यश पाराशर के अनुसार उनके पास महिला का फोन आया था। उसने बच्ची की गंभीर स्थिति के बारे में बताते हुए मदद की गुहार लगाई थी। कुछ अस्पतालों में बच्ची को लेकर पहुंचे, लेकिन सभी ने बेड भरे होने का हवाला दिया। इसके बाद इंटरनेट मीडिया पर लगातार संदेश भेजे जाते रहे। सांसद शंकर लालवानी और एएसपी (पश्चिम) प्रशांत चौबे ने मदद की और एक निजी अस्पताल में बेड मिला।

इसके अलावा उषानगर स्थित सेहत अस्पताल में कोरोना संक्रमित राजेश कचौड़े की बुधवार को मौत हो गई। स्वजन ने अस्पताल में हंगामा किया और डॉ. अंकित मिश्रा और अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया। राजेश को दो दिन पूर्व ही फेफड़ों में संक्रमण फैलने के कारण भर्ती किया गया था। बुधवार सुबह डाक्टर ने उसे मृत बता दिया।

इसके थोड़ी देर बाद गजाला नामक महिला की भी मौत हो गई। राजेश के स्वजन आरोप लगाया कि मौत डाक्टरों की लापरवाही के चलते हुई। उसे समय पर रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं लगाया गया था।

 


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