संसद के दोनों सदनों में बुधवार को हुए हंगामे का विरोध करते हुए विपक्ष ने गुरूवार को सरकार से जवाब देने की मांग की। इस दौरान काफी हंगामा भी हुआ। इसी वजह से कई बार संसद की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा।
राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन सहित लोकसभा के 14 सांसदों को सदन में कदाचार के लिए गुरुवार को निलंबित कर दिया गया क्योंकि विपक्ष बुधवार को निचले सदन में सुरक्षा उल्लंघन पर चर्चा की मांग करता रहा। यह निलंबन शीतकालीन सत्र के शेष समय के लिए बरकरार रखा गया है।
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने निचले सदन में सदस्यों को संबोधित करते हुए सदस्यों से इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करने को कहा। उन्होंने अतीत की कई घटनाएं गिनाईं और बताया कि बुधवार को सुरक्षा संबंधी डर कोई आज का घटनाक्रम नहीं है। हालाँकि इस बीच विपक्षी सांसदों ने विरोध जारी रखा, डीएमके के कनिमोझी और कांग्रेस के मनिकम टैगोर सहित सांसदों को शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। इससे पहले कांग्रेस के पांच सांसद- टी.एम. प्रतापन, राम्या हरिदास, एस जोथिमनी, डीन कुरियाकोश और हिबी ईडन को इसके लिए निलंबित कर दिया गया था।
इससे पहले डेरेक नारेबाजी कर रहे थे और ऐसा करते हुए वे वेल में आ गए थे, जिससे अध्यक्ष जगदीप धनखड़ नाराज हो गए। उन्होंने डेरेक को सदन से बाहर जाने को कहा में कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित कर दी। कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो डेरेक फिर से सदन में आ गए, जिससे सदन को फिर स्थगित करना पड़ा। शाम 4 बजे राज्यसभा की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
VIDEO | "If they don't need the opposition, they should suspend everybody, because they don't want any questions to be asked. We have been saying that the Home Minister should come and explain the situation; tell the people of this country that we all will be safe and take action… pic.twitter.com/5wFCRaMBPe
— Press Trust of India (@PTI_News) December 14, 2023
पुलिस सूत्रों ने कहा कि बुधवार को संसद की सुरक्षा में सेंध कथित तौर पर छह लोगों द्वारा अच्छी तरह से समन्वित और सावधानीपूर्वक योजनाबद्ध तरीके से बनाई गई थी, जिनमें से पांच को पकड़ लिया गया है। उन्होंने कहा कि सभी छह एक-दूसरे को चार साल से जानते थे और कुछ दिन पहले योजना बनाई थी। सूत्रों ने बताया कि आरोपी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में थे और बुधवार को संसद आने से पहले उन्होंने रेकी की थी।
सुरक्षा उल्लंघन के बाद, संसद के आसपास के क्षेत्र को पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती के साथ एक किले में बदल दिया गया। इस बीच, गृह मंत्रालय (एमएचए) ने संसद सुरक्षा उल्लंघन घटना की जांच के आदेश दिए हैं। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने बड़े सुरक्षा उल्लंघन की जांच के लिए गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।