2023 में शनि का राशि परिवर्तन बिछाएगा राजनीति की नई बिसात


17 जनवरी 2023 को शनि का होगा राशि परिवर्तन, अपनी राशि मकर से अपनी ही राशि कुंभ में होगा शनि का प्रवेश। भारतीय राजनीति, राष्ट्रनीति का नया दौर होगा प्रारंभ। 29 मार्च 2025 तक कुंभ राशि में भ्रमण करेंगे शनिदेव। प्रदेश की राजनीति में होंगे नए बदलाव।


pandit kapil sharma पं. कपिल शर्मा
सितारों की बात Published On :
saturn's zodiac change

कालचक्र का पहिया अपनी गति अनुसार सदैव चलायमान रहता है, शनि देव कर्मों के अनुरूप शुभ एवं अशुभ फल प्रदान करते हैं। आगामी ढाई वर्षों में शनिदेव मकर राशि के जातकों के पैरों पर, कुंभ राशि के जातकों के हृदय पर एवं मीन राशि के जातकों के मस्तक पर प्रभावी रहेंगे।

यह तीनों राशियां शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव में होंगी। कर्क एवं वृश्चिक राशि शनि की ढैया के प्रभाव में रहेंगी। राजनीति में आश्चर्यचकित एवं रोमांचित कर देने वाली घटनाएं घटेगी।

प्रदेश की राजनीति में सालों से मुख्यमंत्री बनने के सपने देख रहे नेताओं के सपने, सपने ही बनकर रह जाएंगे। आश्चर्यचकित करने वाले परिणाम दृष्टिगोचर होंगे।

कुछ राजनेता भय ग्रस्त होंगे, कुछ अस्थिरता में फंसे रहेंगे, कुछ प्रदेश से तो कुछ अपनी ही पार्टी से पलायन कर जाएंगे। कुछ समय की तेज धार में बह जाएंगे, कुछ हनुमान जी की कृपा से नई ऊर्जा नई शक्ति के साथ फिर छा जाएंगे।

कुछ भरी सभा में सरेआम दंड देने वाले शनि महाराज के न्यायालय में पेश किए जाएंगे। कुछ सम्मानजनक स्थिति में कहीं दूर बिठाए जाएंगे।

शनि महाराज का कुंभ का गोचर ढाई वर्षों तक प्रदेश और देश की राजनीति में नए-नए रंग दिखाएगा। सत्ता के संघर्ष में कांटे की टक्कर होगी। बड़े-बड़े राजा महाराजाओं को भी पसीना आएगा।

वर्षों के संघर्ष और तपस्या से राजनीति करने वालों के लिए अब शुभ समय आएगा। प्रदेश की राजनीति में कई बड़े राजनेताओं के राजनीति का सुखद रिटायरमेंट आएगा।

सत्तारूढ़ दल के लिए सत्ता पाना आसान नहीं, लेकिन हनुमान जी की कृपा और मां बगलामुखी के आशीर्वाद से सत्ता का सुफल आएगा। नारी शक्ति की नव ऊर्जा का संचार होगा, सत्ता की शक्ति में प्रदेश और देश में नारी शक्ति का अधिकार व प्रभाव बढ़ेगा।

सत्तारूढ़ दल में अंतर्कलह, नेतृत्व परिवर्तन, नए लोगों को अवसर अवश्य मिल जाएंगे। सरकार में बैठे बड़े अहम और खास लोगों के लिए शनि महाराज का गोचर संघर्ष एवं मानसिक व्यथा का कारण बनेगा किंतु शनि का कुंभ में गोचर देश की राजनीति में सत्तारूढ़ दल को युवा तरुणाई बनाएगा।

कांग्रेस के लिए भी राह आसान नहीं रहेगी। अभी सत्ता का दर्शन दूरदर्शन ही रहेगा। शक्ति बढ़ेगी सूझबूझ और समझ के साथ कांग्रेस नेतृत्व अपने आप को मजबूत करेगा और आम जनता के बीच अपनी अलग छवि निर्मित करने में सफल रहेगा।

हालांकि, आपसी कलह के कारण लक्ष्य पाना मुश्किल है, कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व देश और प्रदेश में शक्तिशाली तो होगा पर सत्ता का स्वाद मिलना आसान नहीं। नई नीति-रीति के साथ कांग्रेस का पुनः उदय हो जाएगा, किंतु लक्ष्य प्राप्ति दूर है अभी।

इस ढाई वर्ष की अवधि में समाज के ऐसे व्यक्तियों को आकस्मिक रूप से राज योग प्राप्त होगा, जो कर्मठ हैं, कर्मशील हैं एवं पद के लोलुप नहीं हैं, जो सक्रिय राजनीति में भी नहीं हैं, उन्हें शनि महाराज राजनीति के माध्यम से सेवा का अवसर प्रदान करवाएंगे।

यह भारतीय राजनीति के नए स्वर्णिम युग का प्रारंभ होगा जहां नई विचार क्रांति के साथ राजनीतिक दल आगे बढ़ेंगे। शनि महाराज राजनीति पर विशेष अधिकार रखने वाले ग्रह है।

पौराणिक कथाओं के आधार पर राजा को रंक और रंक को राजा बनाने का करिश्मा शनि देव ही करते हैं। शनि का कुंभ में गोचर हमारे देश को एक नई ऊर्जा, एक नई मजबूती प्रदान करेगा। हमारा देश वैश्विक पटल पर एक महाशक्ति के रूप में उभरेगा।



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