हनुमान जयंती या जन्मोत्सव, जानिए धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक क्या है सही


हर साल चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जन्मोत्सव के रूप में धूम धाम से मनाया जाता है।


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सितारों की बात Published On :
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हर साल चैत्र मास की पूर्णिमा के दिन हनुमान जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। आमतौर पर इस दिन को लोग हनुमान जयंती के नाम से बुलाते हैं। इस बार हनुमान जन्मोत्सव 6 अप्रैल गुरुवार को पड़ रही है जब हनुमान भक्त भगवान हनुमान की विधिवत पूजा करेंगे।

हालांकि, इन दिनों यह बात चर्चा का विषय बन चुका है कि सही शब्द हनुमान जयंती है या हनुमान जन्मोत्सव। इस बारे में धार्मिक मत यह कहता है कि हनुमान जयंती बोलना हनुमान जी का अपमान है।

इस संदर्भ में मालवा के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य डॉ. अशोक शास्त्री का कहना है कि

जयंती, जन्मोत्सव और जन्मदिवस सुनने में एक जैसे लगते हैं, लेकिन इनका अर्थ एक-दूसरे से काफी भिन्न है। खास बात यह है कि आज के समय में इनके बीच का अंतर बहुत ही कम लोग जानते हैं। इसी अंतर को सरल शब्दों में समझाएं तो जयंती उनकी मनाई जाती है जो इस पृथ्वी पर आए और फिर शरीर त्याग कर मृत्यु को प्राप्त हो गए। वहीं, जन्मदिन उनका मनाया जाता है जो पृथ्वी पर जन्मे और अभी भी जीवित हैं जो सामान्य रूप से आपके और हमारे घरों में मनाया जाने वाला पर्व है। अब आती है बारी जन्मोत्सव की तो बता दें कि जन्मोत्सव उनका मनाया जाता है जो अवतरित हुए और अपने अवतरण का कार्य पूर्ण कर अपने धाम लौट गए, लेकिन इनका पृथ्वी पर आना और पृथ्वी से जाना दोनों ही ईश्वरीय घटना हो। इसी कारण से श्रीकृष्ण के जन्मदिवस को जन्माष्टमी और श्रीराम के जन्मदिवस को रामनवमी के रूप में जाना जाता है ना कि जयंती के तौर पर क्योंकि यह दोनों भगवान विष्णु के अवतार हैं। ठीक इसी प्रकार हनुमान जी भी भगवान शिव के 11वें अवतार माने जाते हैं। साथ ही वह अजर और अमर हैं। उन्हें चिरंजीवी होने का वरदान प्राप्त है।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हनुमान जी आज भी पृथ्वी पर मौजूद हैं। ऐसे में ईश्वर तत्व होने और आज भी पृथ्वी पर वास करने के कारण उनका जन्मोत्सव मनाया जाना चाहिए न कि जयंती। तो इस कारण से धार्मिक मान्यताओं में हनुमान जयंती मनाना गलत माना गया है।

डॉ. अशोक शास्त्री ने बताया कि हनुमान जयंती पर हनुमान जी को प्रसन्न कर बजरंगबली की कृपा पा सकते हैं। कलयुग में हनुमान जी की पूजा से सबसे जल्दी मनोकामना पूर्ण होती है।

व्यक्ति के जीवन की हर समस्याओं को दूर करने और हनुमान जी को प्रसन्न करने के उपाय –

  • बजरंग बली को पान चढाएं, शीघ्र धनवान बनने के रास्ते मिलेंगे।
  • हनुमान जन्मोत्सव पर दिन की शुरुआत “ॐ क्रां क्रीं क्रों स: भौमाय नम:” मंत्र की माला जाप के साथ करें। ऐसा करने से हनुमान जी प्रसन्न होंगे और आपको जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
  • हनुमान जन्मोत्सव पर हनुमान जी की पूजा के साथ-साथ भक्तों को हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, सुंदरकांड, रामायण और राम रक्षा स्त्रोत आदि का पाठ करना चाहिए। इससे बजरंगबली की कृपा प्राप्त होती है।
  • हनुमान जन्मोत्सव के दिन से किसी अस्वस्थ व्यक्ति की सेवा करनी शुरू कर दें। आप इसके बाद हर मंगलवार को किसी की मदद व सेवा करें। इससे आपके मानसिक तनाव दूर होंगे। आपके ऊपर हनुमान जी की कृपा बनी रहेगी।
  • हनुमान जी को संकटमोचन भी कहा जाता है। आपको किसी भी अचानक आने वाले संकट से बचने के लिए मंदिर की छत पर लाल झंडा लगाना चाहिए। इससे सभी समस्याओं से निजात मिलता है।
  • हनुमान जन्मोत्सव और मंगलवार के दिन रक्तदान करने से आप सभी दुर्घटनाओं से बच सकते हैं। हनुमान जन्मोत्सव पर पांच देसी घी की रोट का भोग लगाने से भी दुश्मनों से छुटकारा मिलता है।
  • आपको व्यापार में वृद्धि के लिए हनुमान जन्मोत्सव के दिन सिंदूरी रंग का लंगोट हनुमान जी को पहनाना चाहिए।  इससे आपके ऊपर हनुमान जी की कृपा भी बनी रहती है।




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