धार। इस साल गुरु पूर्णिमा 13 जुलाई को मनाई जाएगी। इस मौके पर शिष्य और साधक अपने गुरुजनों का पूजन कर पैर पखारेंगे। करीब 12 साल बाद इस बार गुरु पूर्णिमा पर देव गुरु बृहस्पति का मीन राशि पर केंद्र योग बन रहा है।
पंडितों के मुताबिक, इस दिन गुरु का पूजन करने से कार्यों में सफलता मिलेगी। हर शहर के विभिन्न मठ-मंदिरों में विशेष साज-सज्जा व अभिषेक के साथ ही गुरु चरण पादुका पूजन के कार्यक्रम होंगे।
कई जगहों पर संतों की समाधि पर भी लोग पूजन करने व माथा टेकने जाएंगे। गुरु पूर्णिमा के मौके पर लोग अपने गुरुजनों के दर्शन पूजन के लिए जाते हैं। संतों के आश्रम में भी जाएंगे।
धार जिले में हर साल नित्यानंद दरबार में दर्शन कर माथा टेकने आसपास के राज्यों से लोग आते हैं। शहर के मंदिरों और स्कूलों में भी गुरु पूजन के कार्यक्रम होंगे। मंदिरों में अनुष्ठान के अलावा सत्संग के आयोजन किए जाएंगे।
पूजा से मिलेगा विशेष फल –
पं. अशोक शास्त्री के मुताबिक, गुरु पूर्णिमा पर देव गुरु बृहस्पति का मीन राशि पर केंद्र योग बन रहा है। यह 12 साल बाद आषाढ़ी पूर्णिमा पर विशेष रूप से है। मीन राशि बृहस्पति की स्वयं की राशि है और इस राशि पर बृहस्पति का गोचर वर्तमान में है।
देव गुरु बृहस्पति पूजन विशेष माना गया है। गुरु पूर्णिमा के दिन महर्षि वेदव्यास की पूजा करने से विशेष फल मिलेगा। इस दिन अपने गुरुओं का ध्यान करें। इस सुबह जल्दी उठकर पानी में गंगा जल डालकर स्नान करें।
अच्छी बारिश के संकेत –
वर्षा का सहकारक ग्रह शुक्र इसी दिन वृषभ राशि को छोड़कर मिथुन राशि में प्रवेश करेगा। ऋतु परिवर्तन के लिहाज से देखा जाए तो शुक्र ग्रह का मिथुन राशि में भ्रमण अच्छी बारिश का संकेत दे रहा है।