नई दिल्ली। टीके का आंकड़ा एक अरब पार होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश को संबोधित कर रहे हैं। पीएम ने टीकाकरण अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि देश ने सबको साथ लेकर ‘सबको वैक्सीन-मुफ़्त वैक्सीन’ का अभियान शुरू किया। गरीब-अमीर, गांव-शहर, दूर-सुदूर, देश का एक ही मंत्र रहा कि अगर बीमारी भेदभाव नहीं करती, तो वैक्सीन में भी भेदभाव नहीं हो सकता। ये सुनिश्चित किया गया कि वैक्सीनेशन अभियान पर VIP कल्चर हावी न हो।
उन्होंने कहा कि हमारे देश ने एक तरफ कर्तव्य का पालन किया, तो दूसरी तरफ उसे सफलता भी मिली। कल भारत ने 100 करोड़ वैक्सीन डोज का कठिन लेकिन असाधारण लक्ष्य प्राप्त किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सफलता भारत और देशवासियों की सफलता है। ये देश के सामर्थ्य का प्रतिबिम्ब है। 100 करोड़ वैक्सीन डोज केवल एक आंकड़ा ही नहीं, ये देश के सामर्थ्य का प्रतिबिंब भी है। इतिहास के नए अध्याय की रचना है, ये उस नए भारत की तस्वीर है, जो कठिन लक्ष्य निर्धारित कर, उन्हें हासिल करना जानता है।
कवच कितना ही उत्तम हो,
कवच कितना ही आधुनिक हो,
कवच से सुरक्षा की पूरी गारंटी हो, तो भी, जब तक युद्ध चल रहा है, हथियार नहीं डाले जाते।
मेरा आग्रह है, कि हमें अपने त्योहारों को पूरी सतर्कता के साथ ही मनाना है: प्रधानमंत्री श्री @narendramodi pic.twitter.com/RBrPZmUr79
— ALL INDIA RADIO आकाशवाणी (@AkashvaniAIR) October 22, 2021
प्रधानमंत्री का यह संबोधन ऐसे समय हो रहा है जब भारत ने एक दिन पहले ही कोरोना वैक्सीन की 100 करोड़ डोज लगाकर इतिहास रच दिया है।
टीके के एक अरब खुराक देने का रिकॉर्ड बनाने वाला भारत दूसरा देश है। इससे पहले,चीन ने अपने नागरिकों को टीके की 100 करोड़ से ज्यादा डोज लगाई है।
भारत में कोविड-19 टीकों की अब तक दी गई खुराकों की संख्या गुरुवार को 100 करोड़ के पार चली गई है। इसी के साथ देश ने कोरोना वायरस के खिलाफ अपने टीकाकरण कार्यक्रम में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
जानकारी के मुताबिक, टीकाकरण के पात्र वयस्कों में से करीब 75 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की कम से कम एक खुराक लग चुकी है, जबकि करीब 30 प्रतिशत लोगों को टीके की दोनों खुराक लग चुकी हैं।