हीटवेव के कारण फसलें बर्बाद हो गईं, पशुधन की हानि, पानी की कमी, मछलियाँ मर गईं और बड़े पैमाने पर स्कूल बंद हो गए.
क्लीन एनर्जी को बढ़ावा देते हुए देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर वायु प्रदूषण से निजात पाने के प्रयास कर रहा है। इसके साथ ही यात्री परिवहन में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करते…
अर्थ डे की थीम रही प्लास्टिक वर्सेस प्लेनेट, क्योंकि जलवायु परिवर्तन की एक अहम वजह प्लास्टिक की बढ़ती जरूरत भी तो है।
बालाघाट में एक ही दिन में तापमान में करीब 16 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई
नदियों के साथ किसानों, विशेष रूप से छोटे भूमि धारकों, मछुआरों, घुमंतू समुदायों और कई आदिवासी, दलित और हाशिए पर रहने वाले समुदायों के तटवर्ती अधिकार जुड़े हुए हैं।
वर्षों का रिकार्ड टूटा, तापमान 40 डिग्री पर पहुँचा गर्मी से परेशान हुए लोग, कूलर और एसी की दुकानों पर भीड़
पिछले साल जून में शुरू हुई अल नीनो स्थितियों के कारण प्रशांत महासागर के गर्म होने के अलावा, भूमध्य सागर और अटलांटिक महासागर असामान्य रूप से गर्म रहे।
पूर्वोत्तर भारत हो रहा गर्म और इसीलिए सिमट रहा वसंत
मौसम विभाग ने कई जिलों में आरेंज एलर्ट जारी किया है। मौसम का यह मिजाज़ कुछ दिनों पहले से ही बना हुआ है।
जबलपुर शहर के 25 हजार घरों का गंदा पानी, सैकड़ों अस्पताल का गंदगी, रेलवे और कार वाशिंग का गंदा पानी 60 नालों के माध्यम से गंदगी हर दिन नर्मदा में मिल रहा है।
किसानों को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में सतत काम कर रहा कृषि मंत्रालय- केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा
प्रधानमंत्री फसल बीमा, इसके तहत किसानों को उनकी फसले को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए कम प्रीमियम पर बीमा की सुविधा दी जाती है।
मध्यप्रदेश में आखिरी तारीख 31 दिसंबर तक है।
क्लीन एयर कैटलिस्ट के साथ इंदौर नगर निगम ने बड़े स्तर पर सर्वे करके अभियान चला कर अलग-अलग गंभीर मुद्दों को स्टडी किया है.
वायु प्रदूषण से निपटने के लिए भार्गव ने बीते दिनों सफलतापूर्वक “नो कार डे” का आयोजन किया, चौराहों पर वायु प्रदूषण कम करने के लिए “रेड लाइट ऑन और इंजन ऑफ” को बढ़ावा…
शहरी विकास के लिए घोषित सीआईटीआईआईएस 2.0 प्रोग्राम स्मार्ट सिटीज़ मिशन का स्थान लेगा। मिशन के बीते बरस के नतीजे बताते हैं कि वायु गुणवत्ता सुधार, स्वच्छता और जल प्रबंधन में अव्वल “बेस्ट…
ये लोग हैं “क्लीन एयर चैंपियन्स” यानी जीवनदायी स्वच्छ वायु के लिए व्यक्तिगत प्रयास कर रहे पैरोकार
बदलते रुझानों और बदलते पैटर्न, जहां बारिश की कमी वाले क्षेत्रों में अब बाढ़ आ रही है और देश के सबसे गीले क्षेत्र सूख रहे हैं, को बदलती जलवायु और स्थानीय मौसम प्रणालियों…
वायु गुणवत्ता सूचकांक, पीएम 2.5 जैसे प्रदूषका का प्रभाव, हीट एवं कोल्ड स्ट्रोक के असर और बचाव के साथ ही प्रारंभिक उपचार पर विशेष चर्चा की गई।
दुनिया के तमाम देशों में मौसम संबंधी कारणों से होने वाली मौतों में गर्मी एक प्रमुख कारण बनी हुई है।