कोरोना से निपटने के लिए 10-11 अप्रैल को राज्यों में आयोजित होगी मॉक ड्रिल


कोरोना के मद्देनजर 10 और 11 अप्रैल को राज्यों के सभी स्वास्थ्य सेवाओं में मॉक ड्रिल आयोजित किया जाएगा।


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दवा-दारू Published On :
covid-19 mock drill

नई दिल्ली। कोरोना के तेजी से बढ़ते हुए मामलों को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ कोरोना के प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारी और राज्यों के साथ कोरोना टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा की।

इस बैठक में डॉ. मनसुख मांडविया ने केंद्र और राज्यों को सहयोगात्मक भावना से काम जारी रखने की आवश्यकता पर बल दिया, साथ ही इस दौरान कोविड टेस्टिंग एवं जीनोम सीक्वेंसिंग के साथ कोविड नियमों के पालन का प्रसार बढ़ाने पर जोर दिया।

भारत में मिल रहे कोरोना केसों में 38 फीसदी केस नए वैरिएंट XBB.1.16 के मिल रहे हैं।

राज्यों के सभी स्वास्थ्य सेवाओं में मॉक ड्रिल –

केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि कोरोना के मद्देनजर 10 और 11 अप्रैल को राज्यों के सभी स्वास्थ्य सेवाओं में मॉक ड्रिल आयोजित किया जाएगा और उन्होंने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों को मॉक ड्रिल में हिस्सा लेने की अपील की।

इसके साथ ही उन्होंने राज्यों को सर्दी-जुकाम के सभी मरीजों को कोरोना टेस्ट सुनिश्चित करने और कोरोना संक्रमण के हॉट स्पॉट की पहचान कर संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने को कहा।

वहीं जीनोम अनुक्रमण और पॉजिटिव नमूनों के पूरे जीनोम अनुक्रमण को बढ़ाने के साथ-साथ, उन्होंने कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करने के बारे में जागरूकता पैदा करने पर भी जोर दिया।

राज्य भी अपने स्तर पर करे तैयारी –

केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री को कोरोना से सतर्क रहने और कोरोना प्रबंधन के लिए सभी तैयारियां रखने की सलाह दी। इसके साथ ही उन्होंने राज्यों को आपातकालीन हॉटस्पॉट की पहचान करने, परीक्षण, टीकाकरण बढ़ाने और अस्पताल के बुनियादी ढांचे की तैयारी सुनिश्चित करने की सलाह दी।

उन्होंने कहा कि हमें सतर्क रहना है और अनावश्यक भय नहीं फैलाना है। केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने राज्यों से कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों और नए वेरिएंट के बावजूद टेस्टिंग, ट्रैकिंग, ट्रीटमेंट, वैक्सीनेशन और कोरोना उचित व्यवहार का पुराना फार्मूला इसे रोकने में आज भी सबसे मुफीद उपाय है। बता दें कि देश में 90 फीसद योग्य आबादी को कोरोना टीका का दोनों डोज लगाया जा चुका है।

कोविड से बचाव के उपाय –

इन सबके अलावा कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने के लिए कोविड से संबंधित सख्त प्रतिबंध भी काफी सहायक रहे। इन्हें देशभर में लागू किया गया और जनता ने उनका पालन भी किया।

संक्रमण के खतरे को रोकने के लिए लॉकडाउन सहित अन्य कई प्रतिबंधों की घोषणा भी की गई, कंटेनमेंट जोन बनाए गए। वहीं, फेस मास्क, हैंड सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग वायरस को फैलने से रोकने का कारगर हथियार बना।

इसके साथ ही भारत का कोविड रोधी वैक्सीनेशन अभियान विश्व का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान बना, देश में अभी तक 220 करोड़ से भी अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है।


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