जबलपुर। केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत अनुबंधित शैल्बी अस्पताल, विजयनगर (जबलपुर) की मान्यता समाप्त कर दी गई है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार की केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना के तहत अनुबंधित इस अस्पताल के द्वारा कैशलेस इलाज करने की बजाय मरीजों से पैसे की मांग की गई।
केस्वायो लाभार्थियों को भर्ती नहीं करने व एमओयू की शर्तों का उल्लंघन करने पर यह मान्यता समाप्त की गई है।
केस्वायो के अपर निदेशक के द्वारा जारी पत्र के मुताबिक, एमओयू के उल्लंघन के कारण अस्पताल की संपूर्ण बैंक गारंटी को भी जब्त करने के आदेश बैंकर को दिए गए हैं।
कोरोना संकट के बीच केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) हेडक्वॉर्टर दिल्ली के निर्देश पर अपर निदेशक डॉ. पीसी रावत ने जबलपुर में पहली कार्रवाई की।
शैल्बी हॉस्पिटल में सीजीएचएस लाभार्थी को केशलैस की सुविधा नहीं दी गई, अस्पताल प्रबंधन ने लाभार्थी से नकद राशि लेकर एमओयू करार का उल्लंघन किया, हेडक्वार्टर के निर्देश पर कार्रवाई की गई है।
डॉ. पीसी रावत
जानकारी के मुताबिक, शैल्बी हॉस्पिटल की सीजीएचएस मान्यता समाप्ति के पहले इलाज के लिए भर्ती सीजीएचएस लाभार्थी अपना इलाज पूरा होने तक इस अस्पताल में भर्ती रह सकेंगे।
सिटीजन वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष सुभाष चंद्रा ने बताया कि निजी अस्पतालों में सीजीएचएस लाभार्थियों से अभद्र व्यवहार होने और लूट-खसोट की अपर निदेशक सीजीएचएस जबलपुर व हेडक्वॉर्टर दिल्ली से एसोसिएशन ने शिकायत की है, शिकायत के बाद जबलपुर के शैल्बी अस्पताल की सीजीएचएस मान्यता रद्द हुई है।