इंदौर। स्वच्छता पर खर्च करने के बाद अब सरकार ने इससे भी कमाई की सोची है और यही वजह रही होगी कि आगरा स्टेशन के लाउंज में वॉश रूम यानी सुविधाघर उपयोग करने का शुल्क GST जोड़कर लिया है। ऐसे में ज़रूरी है कि स्टेशन आदि पर वॉश रूम का उपयोग करने से पहले उसका शुल्क पूछ लिया जाए। इससे पहले साल 2018 में तमिलनाडु के इरोड जिले में भी ऐसा मामला सुना गया है।
हिंदुस्तान की ख़बर के मुताबिक आगरा रेलवे स्टेशन पर एक ऐसा हुआ है और वहां पेशाब करने के लिए वॉश रूम उपयोग करने वाले लोगों से प्रति व्यक्ति तय सौ रू की जगह 112 रु लिए गए। ये 12 रु दरअसल देश के केंद्रीय कर यानी GST के थे।
रिपोर्ट के मुताबिक दो ब्रिटिश नागरिक आगरा घूमने दिल्ली से गतिमान एक्सप्रेस ट्रेन से आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पर टूरिस्ट गाइड आईसी श्रीवास्तव ने उन्हें रिसीव किया। ट्रेन से उतरने के कुछ देर बाद दोनों सैलानियों ने पेशाब करने के लिए वॉशरूम जाने की इच्छा जताई।
टूरिस्ट गाइड आईसी श्रीवास्तव उन्हें प्लेटफॉर्म नंबर एक पर मौजूद एक्जिक्यूटिव लाउंज ले गए। पांच मिनट के बाद जब दोनों सैलानी वॉशरूम से बाहर आए तो बताया गया कि उन्हें प्रति व्यक्ति 100 रुपये प्लस 12 रुपये जीएसटी यानी कुल 112 रुपये देने होंगे। लाउंज में बैठे कर्मचारी ने जब दो आदमी के 224 रुपये मांगे तो गाइड ने इसपर आपत्ति जताई। इसके बाद इन लोगों ने विरोध किया। बहस के बाद भी जब वो कर्मचारी नहीं माना तो श्रीवास्तव ने 224 रुपये का भुगतान अपनी ओर से किया।
अपने इस अनुभव के बारे में बात करते हुए आईसी श्रीवास्तव ने बताया कि रेलवे के इस तरह के नियमों से आगरा स्टेशन पर उतरने वाले सैलानियों के मन में आगरा के प्रति गलत छवि बनती है।
उन्होंने पर्यटन विभाग से भी इसकी शिकायत भी की है। मामले पर IRCTC के स्थानीय प्रतिनिधि ब्रजेश कुमार ने कहा कि एग्जिक्यूटिव लाउंज में दो घंटे बिताने का चार्ज प्रति व्यक्ति 200 रुपये है। उन्होंने कहा कि सैलानियों ने वहां कुछ समय बिताया होगा इसलिए उन्हें चार्ज देना पड़ा।