क्या वजन घटाने के लिए धीमी वॉक तेज़ एक्सरसाइज से ज्यादा कारगर है? जानिए इसके फायदे


धीमी वॉक वजन घटाने के लिए एक सुरक्षित और प्रभावी तरीका हो सकता है। जानें इसके स्वास्थ्य और मानसिक लाभ और इसे अपने फिटनेस रूटीन में कैसे शामिल करें।


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धीमी चाल को अक्सर वजन घटाने के लिए उतना प्रभावी नहीं माना जाता, लेकिन इसमें कई बड़े लाभ छिपे हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो व्यायाम की दुनिया में नए हैं या जिनकी गतिशीलता सीमित है। धीमी चाल के कई फायदे हैं। यह न केवल आपके शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करती है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद होती है।

 

धीमी चाल के फायदे

 

1. वजन घटाने में मदद

धीमी चाल एक कम प्रभाव वाली एक्सरसाइज है, जो शरीर को स्थिर और सक्रिय बनाए रखने में मदद करती है। यह खासकर उन लोगों के लिए प्रभावी है जो तेज़ एक्सरसाइज नहीं कर सकते। नियमित धीमी वॉक से शरीर की कैलोरी खपत बढ़ती है और वजन कम करने में मदद मिलती है। हालाँकि यह तेज़ चलने या दौड़ने जितनी कैलोरी नहीं जलाती, लेकिन यह एक स्थायी और सुलभ व्यायाम है, जिसे लंबे समय तक किया जा सकता है।

 

2. कार्डियोवस्कुलर स्वास्थ्य

डॉ. धर्मेश शाह, संस्थापक और निदेशक, Holistica World, कहते हैं कि धीमी चाल कार्डियोवस्कुलर स्वास्थ्य में सुधार करती है। यह दिल की बीमारियों, उच्च रक्तचाप, और टाइप 2 मधुमेह जैसी बीमारियों के जोखिम को कम करती है। इसके अलावा, यह रक्त परिसंचरण को बढ़ावा देती है, जो शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।

 

3. मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

धीमी चाल केवल शारीरिक रूप से ही नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी फायदेमंद होती है। यह तनाव को कम करने, मूड को सुधारने और माइंडफुलनेस को बढ़ावा देने में मदद करती है। जब आप वॉक करते हैं, तो यह आपके मस्तिष्क की कार्यक्षमता में सुधार करता है और डिप्रेशन के लक्षणों को कम करता है।

 

4. मांसपेशियों की मजबूती

धीमी वॉक से आपके शरीर की मांसपेशियाँ मजबूत होती हैं, विशेष रूप से पैरों, पेट और पीठ की मांसपेशियों को लाभ मिलता है। यह मांसपेशियों की सहनशक्ति को भी बढ़ाती है, जिससे आप अधिक देर तक चलने में सक्षम हो जाते हैं। यह व्यायाम चोट लगने के जोखिम को भी कम करता है, इसलिए यह बुजुर्गों और जोड़ों में दर्द की समस्या वाले लोगों के लिए आदर्श है।

 

 

दुनिया के जाने माने रिसर्च इंटीट्यूट Mayo Clinic के अनुसार, सही वॉकिंग तकनीक अपनाने से आप अपने वॉकिंग से अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकते हैं:

  • सिर सीधा रखें और सामने की ओर देखें।
  • गर्दन, कंधे और पीठ को आरामदायक रखें।
  • पेट की मांसपेशियों को हल्का कसा हुआ रखें और पीठ सीधी रखें।
  • चलते समय पैरों को एड़ी से लेकर पैर की अंगुली तक रोल करें।
  • इस तकनीक का पालन करने से वॉकिंग के दौरान चोट के जोखिम कम होते हैं और आपको अधिक प्रभावी परिणाम मिलते हैं।

 

कैसे शुरू करें: वॉकिंग रूटीन सेट करें

धीमी चाल को नियमित रूप से करने के लिए एक रूटीन सेट करना जरूरी है:

सही गियर पहनें: आर्च सपोर्ट वाले जूते और आरामदायक कपड़े चुनें।

 

वॉर्म-अप और कूल-डाउन करें: मांसपेशियों को तैयार करने के लिए वॉक से पहले 5-10 मिनट की हल्की वॉक और वॉक के बाद कूल-डाउन करें।

 

लक्ष्य तय करें: प्रति सप्ताह 150 मिनट की मध्यम एरोबिक गतिविधि या 75 मिनट की तीव्र एरोबिक गतिविधि करने का लक्ष्य रखें।

 

इंटरवल ट्रेनिंग: अधिक लाभ के लिए

यदि आप अपनी वॉकिंग को और प्रभावी बनाना चाहते हैं, तो इंटरवल ट्रेनिंग को अपना सकते हैं। यह तकनीक आपके हृदय स्वास्थ्य में सुधार करती है और अधिक कैलोरी जलाने में मदद करती है। कुछ मिनट तेज़ वॉक करें, फिर कुछ मिनट धीमी वॉक करें। इसे दोहराने से आपकी सहनशक्ति भी बढ़ेगी और यह वजन घटाने में मददगार साबित होगी।

इसके बारे में ज्यादा जानिए: https://www.mayoclinic.org/healthy-lifestyle/fitness/in-depth/walking/art-20046261

शोध द्वारा प्रमाणित

शोध से यह साबित हुआ है कि नियमित वॉक करने से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों में सुधार होता है। रोजाना 30 मिनट की वॉक से डिप्रेशन और चिंता के लक्षणों में कमी देखी गई है। इसलिए, यह एक ऐसा व्यायाम है जो न केवल आपको फिट रखता है, बल्कि मानसिक शांति और स्थिरता भी प्रदान करता है।

 

धीमी चाल न केवल एक आसान और प्रभावी व्यायाम है, बल्कि यह आपको मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने में भी मदद करती है। यह वजन घटाने के लिए एक बेहतरीन विकल्प है, खासकर उन लोगों के लिए जो अधिक तीव्र व्यायाम नहीं कर सकते। सही तकनीक और नियमितता के साथ, आप धीमी चाल के सभी फायदों का आनंद ले सकते हैं।