हटा (दमोह)। विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर लोगों में पर्यावरण को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला। कोरोना जैसी महामारी के कारण प्राण वायु (ऑक्सीजन) के लिए लोगों को अपनी जान गंवा देनी पड़ी, उसी दौर को देखते हुए पर्यावरण प्रेमियों ने जगह-जगह वृक्षारोपण कर पौधों के संरक्षण का भी संकल्प लिया।
हटा ब्लॉक समन्वयक पुष्पा सिंह के नेतृत्व में नगर के जागरूक युवाओं द्वारा प्राचीन स्थलों पर वृक्षारोपण किया गया व सभी को प्रकृति से जुड़ने का संदेश दिया गया।
वरिष्ठ पत्रकार संजय जैन ने कहा कि शहर को हरा-भरा बनाने के लिए शासन के द्वारा कार्ययोजना तैयार की जाए व सभी सरकारी भवनों के आसपास हरियाली को सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों को जिम्मेदारी दी जाए।
साथ ही वृक्षों की सुरक्षा को लेकर पुष्पा सिंह, संजय जैन, रत्नेश खटीक, शोभित नामदेव व पुष्पेंद्र पांडे ने हमेशा आगे रहकर शीर्ष नेतृत्व में पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।
नगर के शिक्षा एवं समाज कल्याण समिति द्वारा हटा सिविल अस्पताल में वृक्षारोपण कर समिति के गोलू सर्राफ के द्वारा संदेश दिया गया कि वृक्ष हमारे प्राणदाता हैं। हमें इनकी रक्षा करनी चाहिए। साथ ही कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी से मृत लोगों को श्रद्धांजलि दी गई।
दमोह, पन्ना, छतरपुर व सागर जिले समेत आसपास के सभी पर्यावरण प्रेमियों को बक्सवाहा के जंगल की चिंता है। बक्सवाहा के जंगल बचाने के लिए पर्यावरण प्रेमी बड़ी संख्या में चिपको आंदोलन की तर्ज पर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
सोशल मीडिया के माध्यम से भी शासन-प्रशासन को बक्सवाहा के जंगल बचाने की गुहार लगा रहे हैं। दरअसल बक्सवाहा के जंगल में हीरा खनन परियोजना के तहत लाखों हरे-भरे पेड़ पौधे काटे जाने हैं। इसकी जानकारी लगते ही पर्यावरण प्रेमियों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। पर्यावरण प्रेमियों ने जंगल बचाने की मुहिम छेड़ दी है।