क्लाइमेट रिस्क होराइजन्स के सीईओ (CEO) आशीष फर्नांडीस का बड़ा बयान... “दो बातें सच हैं: 2016 के बाद से बड़े पैमाने पर आरई (RE) वृद्धि के बिना, अप्रैल में बिजली संकट बहुत, बहुत…
फल और सब्ज़ियों को सोलर ड्रायर में सुखाकर संरक्षित कर रहे किसान,
-- प्रदेश में कुसुम योजना में बदलाव से किसानों को लिए आसानी से उपलब्ध होगी सौर उर्जा -- पश्चिमी मप्र में सोलर पैनल के प्रति बढ़ रही लोगों की जागरुकता -- इंदौर में…
प्रदेश के 27 शहरों में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया
इंदौर। जलवायु परिवर्तन इन दिनों दुनिया भर में एक बेहद चिंताजनक विषय बना हुआ है। भारत में भी इसे लेकर कई तरह की परेशानियां देखने को मिल रही हैं। पर्यावरण प्रदूषण के विभिन्न…
बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में बने साइक्लोन की वजह से 16 मई से मध्यप्रदेश में प्री-मानसून दस्तक दे सकता है।
सच्चाई यह है कि कोयले की कोई किल्लत नहीं है, बस उसे बिजलीघरों तक ले जाने की व्यवस्था ही नाकाफी है। अब अतिरिक्त कोयला उत्पादन की कोई आवश्यकता नहीं है। भारत में इस…
यह उम्मीद की किरण है कि विपरीत परिस्थितियों में कुछ टेक्नोक्रेट व पर्यावरण मित्रों ने क्षिप्रा को अपने बूते गन्दगी से राहत दिलाने की चुनौती स्वीकार की है।
पश्चिम बंगाल में स्थानीय सरकार ने स्कूलों को यह सलाह दी है कि वे जल्द सुबह कक्षाएं शुरू करें और रिहाइड्रेशन साल्ट्स की व्यवस्था करें ताकि अगर कोई बच्चा बीमार हो जाए तो…
कर्नाटक, राजस्थान और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में सौर उर्जा को लेकर सरकारें काफी दूरदर्शी नज़रिया अपना रहीं हैं। मध्यप्रदेश की बात करें तो यहां साल 2030 तक कुल ज़रुरत की पचास फ़ीसदी बिजली…
इससे अन्य खेतों में अग्नि दुर्घटना की संभावना तो रहती ही है, साथ ही साथ खेतों में मिट्टी की उर्वरता पर भी विपरीत असर पड़ता है। इसके साथ ही धुएं से कार्बन डाईआक्साइड…
महोबा जिले में दो सौ से ज्यादा क्रशर हैं, जिसमें डेढ़ सौ के लगभग अकेले कबरई में हैं। क्रशरों का सीधा संबंध नेताओं से है जो नहीं चाहते कि ये बंद हों। भले…
क्लीन एयर कैटालिस्ट' (सीएसी) प्रोजेक्ट के तहत इस कार्यशाला का आयोजन, पीथमपुर औद्योगिक संगठन के अध्यक्ष गौतम कोठारी सहित वरिष्ठ पदाधिकारी डॉ दर्शन कटारिया रहे मौजूद
सिंगरौली जिले में दिल्ली सरीखा वायु प्रदूषण है और कोयला व विद्युत उत्पादक कंपनियां प्रदूषण का प्रमुख कारण मानी जा रही हैं।
एनजीटी में लगाई गई याचिका के मुताबिक, नगरपालिका गाडरवारा के अंतर्गत चार बड़े नालों लड़ैया नाला, ओशोधाम नाला, छिड़ावघाट नाला और मातावार्ड के नाले में बहने वाला शहर का गंदा पानी रेलवे स्टेशन…
खरमोर पक्षी विशेषकर इस अभयारण्य मे प्रजनन के लिए यहां आते हैं लेकिन वर्ष प्रतिवर्ष इनकी संख्या मे गिरावट चिन्ता का विषय है।
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की जबलपुर बेंच की युगलपीठ ने पर्यावरण को संरक्षित रखने की दिशा में अहम आदेश जारी करते हुए डुमना नेचर पार्क के इर्दगिर्द खंदारी जलाशय के जलग्रहण क्षेत्र में किसी भी…
मामले में राज्य सरकार, केंद्र सरकार, वन विभाग, और हीरा खदान का ठेका लेने वाली कंपनी एस्सेल को पार्टी बनाया गया है
मध्यप्रदेश के इंदौर में लंबे समय बाद कोरोनाकाल के सन्नाटे को तोड़ते हुए तमाम विपक्षी राजनीतिक दल, जनसंगठन और सामाजिक कार्यकर्ता बारिश में भीगते हुए सड़क पर एक मानव श्रृंखला बनाने के लिए…
स्थानीय ग्राम पंचायत द्वारा उन्हें लगातार पानी दिया गया, देखभाल की गई तो पौधे लहलहा उठे। और तो और घास भी होने लगी। अब इससे इस पहाड़ी की छटा सुहानी हो गई है।