सूरज की उष्मा से चल पड़ा फूड प्रोसेसिंग का कारोबार, अब तक जुड़े दस हजार किसान


फल और सब्ज़ियों को सोलर ड्रायर में सुखाकर संरक्षित कर रहे किसान,


आदित्य सिंह आदित्य सिंह
हवा-पानी Updated On :

इंदौर। सौर उर्जा का उपयोग काफी कारगर साबित हो रहा है। यह न केवल सामान्य घरों में उपयोगी है बल्कि इससे किसानों की आमदनी से जुड़ी समस्याओं को भी हल करना आसान बना दिया है। इंदौर में पच्चीस वर्षीय एक युवा ने इस क्षेत्र में कदम बढ़ाए और देखते ही देखते वे अब उनके साथ हज़ारों लोग जुड़ चुके हैं।

मैकेनेकिल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले वरुण रहेजा शुरुआत से ही खेती-बाड़ी की ओर आर्कषित होते रहे हैं। पारंपरिक खेती से अलग वे इस क्षेत्र में कुछ नया करना चाहते थे। खेती किसानी को करीब से देखने के दौरान वरुण को किसानों की समस्याओं को भी समझने का मौका मिला। इस दौरान उन्हें खेती में नुकसान और कर्ज़ के कारण किसानों की आत्महत्या के मामलों ने काफी प्रभावित किया। जिसके बाद उन्होंने इस पर अध्ययन शुरु किया।

वरुण रहेजा

वरुण बताते हैं कि उनके अध्ययन में एक बात जो सामने आई वह भी किसानों की तंगहाली। वे पूरी मेहनत से अच्छी फसलें उगाते हैं लेकिन कई बार उन्हें उतने अच्छे दाम नहीं मिलते। ऐसे में उनकी मेहनत ज़ाया हो जाती है और वे कर्ज में डूबने लगते हैं। इसके साथ ही मौसम की मार भी उन्हें परेशान करती है।

वरुण बताते हैं कि उन्होंने इस समस्या का समाधान खोजने के लिए काम शुरु किया। इसे लेकर उन्होंने कई तकनीकों का अध्ययन किया। इस बीच सोलर ड्रायर में उन्हें उम्मीद नज़र आई। सोलर ड्रायर जिनकी मदद से कई उत्पादों को सूरज की रोशनी में सुखाकर लंबे समय तक रखा जा सकता है। ऐसे में अगर किसी किसान को मौजूदा समय में उसकी किसी सब्जी के दाम बेहद कम मिल रहे हैं तो वे इसे सोलर ड्राय कर लंबे समय तक संग्रिहत करके रख सकते हैं। वरुण के मुताबिक इस तरह किसानों को उनकी उपज के बेहतर दाम भी मिल सकते हैं।

वरुण ने इसी आईडिया पर काम करना शुरु किया। उनके सामने मुश्किल थी सोलर ड्रायर का महंगा होना। वे बताते हैं कि उन्होंने यहां अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई का इस्तेमाल किया और बाजार में मौजूद उपकरणों और कलपुर्ज़ों की मदद से सस्ते ड्रायर बनाने शुरु किये। वे चालीस हजार रुपये के ड्रायर को दस -बारह हजार रुपये में बनाने लगे।

सोलर ड्रायर एक बेहद सामान्य तकनीक पर काम करता है। इसमें लगा सोलर पैनल धूप को गर्म हवा में परिवर्तित कर अंदर बने एक चेंबर में पहुंचाता है। यहां एक पंखे के माध्यम से गर्म हवा को घुमाया जा सकता है। इसके अलावा इसमें एक कांच लगाया जाता है जिससे धूल मिट्टी अंदर नहीं जाते हैं। इस तरह गर्म हवा से ही सब्जियों को सही तरीके से सुखाया जा सकता है।  इस तकनीक से फल और सब्जियां बेहद तेजी से सूखती जाती हैं।

इसके बाद वरुण ने इसकी मार्केटिंग शुरु की। उन्होंने किसानों से संपर्क किया। उन्हें इसके लाभ के बारे में बताया। इस दौरान कई किसान उनसे जुड़े और उन्होंने अपनी फसल को सोलर में सुखाकर रखना शुरु किया। किसानों को इसके लाभ भी तुरंत दिखाई देने लगे। इसके बाद उनसे जुड़ने वाले किसानों की संख्या बढ़ती गई।

वरुण बताते हैं कि आज उनके साथ करीब दस हजार किसान जुड़े हैं और वे देश के लगभग सभी राज्यों में करीब डेढ़ हजार सोलर ड्रायर बेच चुके हैं। उनकी कंपनी रहेजा सोलर फूड प्रोसेसिंग किसान संगठनों से जुड़कर काम करती है ताकि किसान सामुहिक रुप से इस तकनीक से जुड़कर कम खर्च में इसका लाभ उठा सकें।

इस कंपनी से जुड़े कई छोटे किसान भी अपनी उपज को सुखाकर अब बेहतर दामों में बेचते हैं। इस तरह उनकी आमदनी बढ़ी है और उपज के रखरखवा की परेशानियां कम हुईं हैं। इंदौर और आसपास के बहुत से किसान सोलर ड्रायर में मटर, करेला, कठहल, भिंडी, प्याज, गोभी, पत्ता गोभी आदि एक दिन में सुखा सकते हैं

 

वरुण के मुताबिक उनके पास आज सात-आठ हजार रुपये के ड्रायर से लेकर बड़ी क्षमता वाले करीब ढ़ाई लाख रुपये तक के ड्रायर मौजूद हैं। ये ड्रायर किसानों के बड़े संगठनों के काम आते हैं।

बड़े सोलर ड्रायर

वरुण अपनी टीम के साथ ग्रामीण इलाकों में जाकर लोगों को सौर उर्जा के बारे में बताते हैं और उन्हें समझाते हैं कि यह तरीका कहीं ज्यादा आसान और सस्ता है।

ग्रामीण इलाकों में जाकर महिलाओं को सोलर तकनीक के लाभ बताते वरुण रहेजा

रहेजा की कंपनी किसानों से उनके सूखे उत्पाद भी लेती है। इस तरह वे किसानों को सोलर ड्राय फूड का एक बाजार उपलब्ध करा रहे हैं। वरुण से मुताबिक रिन्युएबल एनर्जी अपने आप में काफी बड़ी ताकत है जो किसानों को बिना बिजली के खर्च के काम करने का अवसर दे रही है। ऐसे में किसानों के द्वारा तैयार किये जा रहे ये उत्पाद पूरी तरह शुद्ध और सुरक्षित भी हैं।

सोलर ड्रायर

सौर उर्जा से काम करने वाले ये उत्पाद अब ट्रैंड में आ चुके हैं। किसानोंं के अलावा उनके साथ शहरी वर्ग भी बड़ी संख्या में जुड़ रहा है। ये वे लोग हैं जो सुरक्षित और स्वच्छ जीवन शैली को अपनाना चाहते हैं। इंदौर शहर में ही बहुत से घरों में लोग वरुण के इन सोलर ड्रायर से अपनी खाद्य सामग्री सुखाकर रखते हैं।

सोलर ड्रायर से सुखाए गए खाद्य पदार्थ

वरुण रहेजा का सोलर ड्रायर का यह व्यापार लगातार बढ़ रहा है। वे अपनी कंपनी के आंकड़े तो साझा नहीं करना चाहते लेकिन उनके मुताबिक देश के ज्यादातर हिस्सों में उनकी कंपनी की मौजूदगी है और उनके साथ किसानों का एक बड़ा संगठन है जो पहले से बेहतर कर रहा है।

 

 



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