भोपाल। एक फरवरी से प्रदेश में स्कूल फिर खुल चुके हैं। पहली से बारहवीं तक की कक्षाओं को पचास प्रतिशत उपस्थिति के साथ संचालित करने का निर्णय किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्कूल फिर से शुरु करने को लेकर चिकित्सा विशेषज्ञों से विचार विमर्श के बाद यह फैसला लिया है। इसके साथ आवासीय विद्यालय और छात्रावास भी 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ खोले जा सकेंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर 31 जनवरी तक स्कूल बंद रखने का आदेश हुआ था। कई प्रदेशों में पहले ही स्कूल खोलने का निर्णय लिया जा चुका है।
इस निर्णय के बाद मंगलवार से स्कूल शुरु कर दिये गए। इस दौरान स्कूलों में सीमित संख्या में विद्यार्थियों को बुलाया गया। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि एमपी बोर्ड की परीक्षाओं का टाइम टेबल पहले ही जारी कर दिया गया है। उसे हम ऑफलाइन मोड में समय पर कराने के प्रयास में है। अगर कोई व्यवधान आता है, तो फिर आगे का निर्णय लिया जाएगा। फिलहाल हम समय पर परिक्षाएं कराएंगे।
इस तरह खुलेंगे स्कूल
- स्कूलों में पहली से 12वीं तक की कक्षाएं 50% उपस्थिति के साथ संचालित होंगी।
- छात्रावास और आवासीय विद्यालय भी 50% क्षमता के साथ खुलेंगे। इनमें 8वीं, 10वीं और 12वीं के 100% स्टूडेंट्स के लिए संचालन होगा। शेष क्षमता में 6वीं, 7वीं, 9वीं और 11वीं के स्टूडेंट्स को बुलाएंगे। छात्रावास और आवासीय विद्यालय ये सुनिश्चित करेंगे कि 50 फीसदी क्षमता से ज्यादा स्टूडेंट उपस्थित ना हो
- ऑनलाइन कक्षाएं पहले की तरह जारी रहेंगी।