NEP के तहत देश के 49 केंद्रीय विद्यालयों में शुरू हुई तीन से पांच आयु वर्ग के बच्चों के लिए बालवाटिका कक्षाएं


शैक्षणिक वर्ष 2022-23 से प्रायोगिक आधार पर राजस्थान में 2 KV और बिहार में 3 KV सहित देशभर के 49 केंद्रीय विद्यालयों में 3, 4 एवं 5 आयु वर्ग के लिए बालवाटिका कक्षाएं शुरू की गई हैं।


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नई दिल्ली। देशभर के 49 केंद्रीय विद्यालयों (KV) में वर्ष 2022 से तीन से पांच आयु वर्ग के बच्चों के लिए बालवाटिका कक्षाएं शुरू की गई हैं। इन कक्षाओं में 5,477 विद्यार्थियों का नामांकन हुआ है।

केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी देते हुए बताया कि शैक्षणिक वर्ष 2022-23 से प्रायोगिक आधार पर राजस्थान में 2 KV और बिहार में 3 KV सहित देशभर के 49 केंद्रीय विद्यालयों में 3, 4 एवं 5 आयु वर्ग के लिए बालवाटिका कक्षाएं शुरू की गई हैं।

केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी ने बताया कि देशभर में 24 राज्य एवं संघ शासित क्षेत्रों में स्थित 49 KV में कुल 5,477 विद्यार्थी नामांकित हैं।

इनमें दिल्ली के तीन KV शामिल हैं जहां विद्यार्थियों के लिए बालवाटिका कक्षाएं उपलब्ध है। इसमें KV AFS अर्जनगढ़ में 120, KV सेक्टर 28 रोहिणी में 117 और KV नरेला में 121 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं।

कक्षा में प्रवेश के लिए न्यूनतम आयु 6 वर्ष –

उल्लेखनीय है कि नई शिक्षा नीति-2020 के तहत पहली कक्षा में प्रवेश के लिए न्यूनतम आयु जो पहले 5 पांच वर्ष थी, वर्तमान शैक्षणिक वर्ष में बढ़ाकर 6 कर दी गई थी। तत्पश्चात् केंद्रीय विद्यालयों में बालवाटिका नाम से प्री-केजी, एलकेजी और यूकेजी कक्षाएं संचालित की जा रही हैं।

जानिए क्या हैं बालवाटिका कक्षाएं –

केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने अक्टूबर 2022 को शिक्षा के नींव चरण ((Foundational Stage) के लिए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की रूपरेखा और देश भर में ‘बालवाटिका 49 केंद्रीय विद्यालयों’ की पायलट परियोजना की शुरुआत की थी जिसके जरिये स्कूलों में समावेशी और खुशहाल स्कूली वातावरण तैयार करना है।

प्रारंभिक बचपन की देखभाल और शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रूपरेखा (NCFECCE), जिसे नींव चरण (Foundational Stage) भी कहा जाता है, वह चार राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (NCF) में से एक है।

यह भारत में 3 से लेकर 8 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए पहला एकीकृत पाठ्यक्रम रूपरेखा है। यह 5+3+3+4 ‘पाठ्यचर्या और शैक्षणिक’ संरचना का प्रत्यक्ष परिणाम है, जिसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत स्कूली शिक्षा के लिए अनुशंसित किया है।

एनसीएफ फॉर फाउंडेशनल स्टेज (NCFFS) को NCERT द्वारा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों और विभिन्न संस्थानों और संगठनों के साथ एक व्यापक परामर्श प्रक्रिया के माध्यम से जमीनी स्तर पर विकसित किया गया है।

खेल आधारित गतिविधियों पर फोकस –

बालवाटिका कक्षाओं में कक्षाओं में खेल आधारित गतिविधियों को मुख्य रूप प्राथमिकता दी जा रही है। इसके अलावा इन कक्षाओं में एनसीईआरटी द्वारा तैयार किए गए पाठ्यक्रमों और संसाधन सामग्रियों का भी उपयोग किया जा रहा है।


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