सीमेंट का सस्ता और मज़बूत विकल्प तैयार कर रहे मैनिट के दो प्रोफेसर को सरकार ने दिया पेटेंट


— सीमेंट का विकल्प तैयार करने की तैयारी में एक अहम कदम
— सिलिका, फाइबर, GGBs, फ्यूम्स आदि का उपयोग किया।
— सीमेंट पर से तीस प्रतिशत तक निर्भरता कम होगी।
— सीमेंट के मुकाबले सस्ता और मज़बूत


DeshGaon
पढ़ाई-लिखाई Updated On :

भोपाल। मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के रसायन विभाग के दो प्रोफेसरों को भारत सरकार द्वारा पेटेंट दिया गया है। मैनिट के प्रोफेसर डॉ. सविता दीक्षित और डॉ. गजेन्द्र दीक्षित, प्राध्यापक यांत्रिकी अभियांत्रिकी विभाग ने “संशोधित कांक्रीट संरचना” की नई खोज की थी। इस नई खोज में इन विद्वानों ने सिलिका, फाइबर, GGBs, फ्यूम्स आदि की मदद से एक कांक्रीट सरंचना तैयार की जिसे वर्तमान में उपयोग किये जाने वाले सीमेंट कांक्रीट के विकल्प के तौर पर देखा जा सकता है।

इसके बारे में उन्होंने बताया कि बढ़ती जनसंख्या के साथ निर्माण कार्य तेजी से बढ़ रहा है जिससे की सीमेंट की मात्रा प्राकृतिक रूप से घटती चली जा रही। इसी परेशानी का हल खोजने के लिए उन्होंने सीमेंट कांक्रीट के विकल्प पर अपना शोध शुरू किया।

पर्यावरण संरक्षण और बेहतर वातावरण के लिए डॉ. सविता दीक्षित व डॉ. गजेंद्र दीक्षित दोनों संयुक्त रूप से पिछले करीब 20 वर्षों से लगातार अपनी खोजों के माध्यम से अनुपयोगी वस्तुओं को उपयोग में लाने को लेकर कार्य कर रहें हैं।

सीमेंट कंक्रीट का यह विकल्प तैयार करने के लिए इन विद्वानों ने वर्तमान समय में मानवीय उपयोग के बाद सबसे ज्यादा उत्सर्जित होने वाले पदार्थों जैसे सिलिका, फाइबर, GGBs, फ्यूम्स आदि का उपयोग किया। इस तरह से इन पदार्थों को दोबारा उपयोग में लाया जा सकेगा।

इसके लिए सिलिका, फाइबर, GGBs, फ्यूम्स आदि में पाये जाने वाले तत्त्वों के प्रतिशत अनुपात व सीमेंट में पाये जाने वाले तत्त्वों के प्रतिशत अनुपात का विस्तृत अध्ययन किया गया।

इन पदार्थों में पाये जाने वाले तत्वों को अनुकूल कर पाया कि सिलिकॉन, मार्बल पाउडर व मार्बल डस्ट आदि को एक खास अनुपात में मिलाकर इसकी मदद से हम कांक्रीट के ईंट और फर्श ब्लॉक जैसे निर्माण कार्य कर सकते है।

इस प्रकार करीब 30 फीसदी तक सीमेंट के उपर से हम अपनी निर्भरता कम कर सकते है। इस परीक्षण में यह भी पता चलता है कि सिलिका, फाइबर, GGBs, फ्यूम्स आदि से बने इन कांक्रीट ईंटों की गुणवत्ता व शक्ति सीमेंट से बने कांक्रीट ईंटों के मुकाबले ज्यादा है व इनके निर्माण की लागत भी कम है।

डॉ. दीक्षित बताती है इस सम्पूर्ण शोध कार्य के परीक्षण, निष्प्रण व अनुरूप देने में उनके पति डॉ. गजेन्द्र दीक्षित ने एक अहम भूमिका निभाई है।


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