क्या चुनाव जिताने की जिम्मेदारी भी कलेक्टर-एसपी को सौंपी गई थी, पूर्व सीएम कमलनाथ का सवाल


चुनाव हारने के बाद दमोह में नेताओं पर कार्रवाई तो समझ आती है लेकिन कलेक्टर-एसपी को हटाना कई सवाल उठाता है…


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राजनीति Updated On :

भोपाल। दमोह उपचुनावों के दौरान तो राजनीति तेज़ रही ही है। अब परिणाम घोषित होने के बाद भी राजनीति अपने उफ़ान पर है। नेताओं को पार्टी से निकालने के साथ-साथ प्रशासनिक और पुलिष अफसरों पर भी तबादले की कार्रवाई की गई है।

ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि इन अधिकारियों को चुनाव संपन्न कराने से ज्यादा चुनाव जिताने की ज़िम्मेदारी भी सरकार की ओर से दी गई थी। जो मन मुताबिक नहीं होने से इनके तबादले कर दिए गए हैं।

सोशल मीडिया पर लोग इस सवाल को लगातार पूछ रहे हैं और मज़ाकिया टिप्पणियां भी कर रहे हैं। इस बीच कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर मुखर है। सभी कांग्रेसी नेता सरकार की तौर-तरीकों पर सवाल उठा रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी इस मुद्दे पर भाजपा और प्रदेश सरकार को घेरा है।

 

इसके अलावा कमलनाथ ने पूर्व मंत्री और भाजपा के विधायक रहे जयंत मलैया पर पार्टी के द्वारा की गई कार्रवाई पर भी सवाल उठाया है।

पूर्व मुख्मंत्री ने एक के बाद एक कई ट्वीट किये और भाजपा और प्रदेश सरकार से सवाल पूछे। इस दौरान कांग्रेस के दूसरे नेता भी इसी मुद्दे पर ट्वीट करते रहे। दमोह उपचुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी के द्वारा नेताओं और सरकार द्वारा अधिकारियों पर की गई इस कार्रवाई के बाद उपजे इस विवाद ने कांग्रेस को चुनाव में जीत के बाद कुछ और मजबूती दी है। कांग्रेसी दमोह में जनता को अधिकारियों के तबादलों पर बड़ा संदेश  देने की कोशिश कर रहे हैं और ज़ाहिर है यह संदेश भाजपा के खिलाफ़ ही है।


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