भोपाल। महाराष्ट्र के सियासी संकट के बीच शिवसेना की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं। बागी हुए नेता एकनाथ शिंदे के साथ अब 42 विधायकों का समर्थन बताया जाता है। गुवाहाटी के होटल से उन्होंने इसकी तस्दीक करने वाली तस्वीर भी साझा की है। इन बागी विधायकों ने अक्षय एकनाथ शिंदे को अपना नेता भी चुन लिया है। इसकी जानकारी राज्यपाल और विधानसभा स्पीकर को भी भेज दी गई है।
इस बीच एक नया विवाद सुनाई दे रहा है। शिवसेना नेता संजय (Sanjay Raut) राउत का दावा है कि एक केंद्रीय मंत्री ने शरद पवार से कहा है कि अगर MVA सरकार को बचाने की कोशिश की तो वह घर नहीं जा पाएंगे।
इसके बाद राउत ने कहा कि एमवीए सरकार बनी रहे या नहीं, शरद पवार के लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल स्वीकार्य नहीं है।
संजय राउत ने साथ ही कहा कि संख्या बल कागज़ में ज़्यादा हो सकती है लेकिन अब यह लड़ाई क़ानूनी लड़ाई होगी। हमारे जिन 12 लोगों ने बगावत शुरू की है उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की है जिसके लिए हमारे लोगों ने सभापति से मुलाकात की है।
राउत ने पवार को धमकी मिलने का दावा करते हुए कहा कि पवार साहब को धमकियां देने का काम चल रहा है। अमित शाह और मोदी जी आप के मंत्री पवार साहब को धमकी दे रहे हैं। क्या ऐसी धमकियों को आपका समर्थन है?
इससे पहले बागी एकनाथ शिंदे ने पार्टी चीफ उद्धव ठाकरे द्वारा पार्टी की कानूनी प्रक्रिया शुरू करने को लेकर कहा कि मैं शिवसेना के नोटिसों से नहीं डरता, क्योंकि उद्धव ठाकरे खुद अल्पमत में हैं।
एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि मेरे पास 50 से ज्यादा विधायक हैं। उन्होंने कहा है कि इस पूरे मामले पर बीजेपी की कोई भूमिका नहीं है। हालांकि उन्होंने अपने गुट के विधायकों से कहा उन्हें एक राष्ट्रीय पार्टी का समर्थन है।
एकनाथ शिंदे की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय आई है, जब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के 12 बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग उठाई है। इस बीच शिवसेना के सभी 37 बागी विधायकों ने महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर को पत्र लिखा है और घोषणा की है कि एकनाथ शिंदे सदन में उनके नेता रहेंगे।