भोपाल। निकाय चुनाव के लिए प्रदेश में पार्टियों के मुकाबले से पहले उम्मीदवारों का मुकाबला हो रहा है। महापौर प्रत्याशी तय होने के बाद अब पार्षद प्रत्याशियों के चयन में संघर्ष नज़र आ रहा है। BJP और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने पार्षदों के टिकिट तय कर दिये हैं और इसके साथ ही इन पार्टियों में बगावत भी शुरू हो गई है। इस बगावत का असर दोनों ही पार्टियों में देखा जा रहा है। दोनों ही पार्टियों से निकाय के स्थानीय नेता और कार्यकर्ता इस्तीफ़ा दे रहे हैं।
इस दौरान भोपाल में एक कांग्रेस नेता ने सड़क पर उतरकर अपना विरोध जताया तो देवास में भाजपा के एक नेता ने खुद पर मिट्टी का तेल डालते दिखाई दिए यहां वे खुदकुशी की धमकी दे रहे थे। टिकिट की चाह के इस पूरे ड्रामे पर आम आदमी पार्टी गंभीरता से नजर रख रही है। इस दौरान पार्टी कुछ नाराज़ नेताओं को अपने पाले में लाने में कामयाब भी रही है। इस बीच पार्टियों को इन नेताओं को मनाना बेहद कठिन साबित हो रहा है।
कुछ दिनों पहले तक जहां भाजपा प्रदेश कार्यालय में टिकिट मांगने वाले नेताओं की नाराज़गी देखी गई थी। इसके बाद अब भोपाल बीजेपी में भी यह विरोध दिखाई दिया। यहां वार्ड-4 से चंदू इसरानी का टिकट कटने से उनके छोटे भाई कन्हैयालाल इसरानी ने निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। वे बैरागढ़ कपड़ा व्यापारी एसोसिएशन अध्यक्ष भी हैं। इसके अलावा वार्ड-56 से भी नाराजगी की खबरें आ रही हैं। यहां पूर्व पार्षद केवल मिश्रा का टिकिट कट गया है और वे नाराज हैं।
भोपाल नगर निगम चुनाव के टिकट वितरण के बाद कांग्रेस पार्टी में हंगामा शुरू।। pic.twitter.com/EQz2HMclyo
— Honey Sharma (@OfficialHoneySh) June 18, 2022
इसके बाद अब कांग्रेस में भी यही नाराज़गी दिखाई दे रही है। शनिवार को भोपाल में साथ 8 पूर्व पार्षदों ने कांग्रेस छोड़ दी है। यहां दो बार पार्षद रहे अब्दुल शफीक खान, शाहिद अली, शबाना अली, अफरोज जहां, नजमा अंसारी, रेहान गोल्डन, मुजीब खान सहित कुल 8 पूर्व पार्षदों ने 70 कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी छोड़ दी है। इस दौरान वार्ड 41 से मोहम्मद फहीम को टिकट मिलने से नाराज कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर विरोध किया। पूर्व पार्षद रईसा मलिक ने कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी जॉइन कर ली। जहां वे अब वे महापौर कैंडिडेट के रूप में मैदान में हैं। इसके अलावा वार्ड-42 के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने टिकट नहीं दिए जाने से नाराज होकर आम आदमी पार्टी जॉइन कर ली है।
मिट्टी का तेल ही छिड़क लिया…
देवास में बीजेपी कार्यालय पर एक कार्यकर्ता भोजराज सिंह जादौन ने टिकट नहीं मिलने के बाद शनिवार को पार्टी कार्यालय में ही खुद पर मिट्टी का तेल डालकर खुदकुशी का प्रयास किया। भोजराज की शिकायत है कि वे वार्ड क्रमांक 25 में रहते हैं और वहीं से टिकिट चाहते थे लेकिन उनकी बजाए किसी बाहरी उम्मीदवार को यहां से टिकिट दे दिया गया।
निकाय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की अंदरूनी परेशानियां अब बाहर आ रही हैं। देवास में टिकट न मिलने से नाराज़ स्थानीय नेता भोजराज सिंह जादौन ने पार्टी कार्यालय में खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह करने की कोशिश की। #Dewas @BJP4MP #निकाय_चुनाव pic.twitter.com/JRJjJVV0Ta
— Deshgaon News (@DeshgaonNews) June 18, 2022
सिद्धार्थ मलैया भी मैदान में
दमोह में भारतीय जनता पार्टी का मामला दिलचस्प है यहां पूर्व मंत्री जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया पार्टी से काफी समय से निष्काषित चल रहे थे उन्होंन अब पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और अब उनके सर्मथक निकाय चुनावों में उतर गए हैं। उनके कई सर्मथकों ने भाजपा छोड़ दी है यहां उन्होंने एक असंगठित दल के रुप में चुनावों में एंट्री की है। ज़ाहिर है इससे बीजेपी के वोटों में कटौती होगी। कुछ समय पहले हुए विधानसभा के चुनाव में मलैया पर बीजेपी के राहुल सिंह के खिलाफ़ काम करने का आरोप लगा था। राहुल सिंह कांग्रेस के विधायक हुआ करते थे और पार्टी छोड़कर बीजेपी में आ गए थे। उन्होंने कांग्रेस में रहते हुए तब के मंत्री जयंत मलैया को हराया था।