भोपाल। विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और प्रदेश में इसकी सुगबुगाहट दिखाई दे रही है। कई हिस्सों में कथा और दूसरे धार्मिक आयोजन हो रहे हैं। चुनावों के समय भारतीय जनता पार्टी धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन में ज्यादा सक्रिय रहती है लेकिन इस बार कांग्रेस भी ऐसी ही तैयारी में है। कांग्रेस इस बार सॉफ्ट हिन्दुत्व की राह पर है और कांग्रेस कार्यालय में एभी इसका असर दिखाई दे रहा है। जहां रविवार से धर्म संवाद रखा गया है। आने वाले दिनों में प्रदेश भर में बहुत से कांग्रेस नेता भी की धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन अपने विधानसभा क्षेत्रों में करने जा रहे हैं। कांग्रेस अब सरकार की उन नीतियों का विरोध करेगी जिनके तहत मंदिरों का सरकारीकरण किया जा रहा है।
भोपाल: पुजारी मण्डली के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय को भगवा रंग में सजाया गया।
कांग्रेस पुजारी प्रकोष्ठ के नेता सुधीर भारती ने कहा, "कांग्रेस नेता कमलनाथ मठ मंदिर के सरकारीकरण से मुक्ति का संकल्प लेने वाले हैं। हमारी वर्षों की लड़ाई में पहली बार किसी नेता ने साथ देने का… pic.twitter.com/mqrP6fqSXH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 2, 2023
रविवार सुबह प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पूरी तरह भगवा रंग में रंगा हुआ दिखाई दे रहा है।
बंगाल से लेकर बिहार तक भले ही भगवा पर हमला हो रहा हो, मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने बीजेपी के भगवा पर रात में डाका डाल दिया है। एमपी के इतिहास में पहली बार भगवा हुआ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय। @OfficeOfKNath कल करेंगे धर्म संवाद। संत, महंत और पुजारियों का होगा स्वागत। pic.twitter.com/okIKRXGuzD
— Prabhu Pateria (@PrabhuPateria) April 1, 2023
कांग्रेस पुजारी प्रकोष्ठ की ओर से हो रहे इस कार्यक्रम का असर यह है कि पीसीसी कार्यालय भगवा झंडों से घिरा हुआ है। ऐसे में कांग्रेस की चुनावी रणनीति समझना मुश्किल नहीं है कि पार्टी भाजपा से उसी के अंदाज़ में लड़ने जा रही है और यह जता रही है कि धर्म पर किसी पार्टी का अधिकार नहीं है बल्कि सभी का है। कांग्रेस कार्यालय में होने वाले इस धर्म संवाद कार्यक्रम में प्रदेश भर से लोग आ रहे हैं। इनमें संत, धर्माचार्य, मठ-मंदिरों के पुजारी, धर्म के जानकार हैं। इस कार्यक्रम में खुद पीसीसी प्रमुख कमलनाथ भी शामिल हुए।
क्या बीजेपी ने हिंदू धर्म का ठेका लिया हुआ है ? हक़ीक़त तो ये है कि हम सभी में धार्मिक भावनाएं हैं पर हम इसको राजनीतिक मंच पर नहीं लाते हैं।
―कमलनाथ pic.twitter.com/UgcRTKejsk
— MP Congress (@INCMP) April 2, 2023
कांग्रेस कार्यालय से आ रही मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार मंदिरों पर सरकारी अधिकारियों द्वारा बनाए जा रहे अतार्किक नियमों पर भी यहां चर्चा करेगी और इसके विरोध में रणनीति बनाएगी। पार्टी के मुताबिक शिवराज सरकार में मंदिर प्रबंधन परेशान हैं। वहां नई नई समितियां बनाकर धार्मिक संगठनों के हवाले किया जा रहा है और कलेक्टर अपने जिलों में मंदिरों की जमीनों को नीलाम कर रहे हैं।