धार में दूसरे चरण का मतदान संपन्न, भारी सुरक्षा बंदोबस्त के बीच मतदान केंद्र पर दिखी लंबी कतार


– शांतिपूर्ण हुए मतदान, 77 प्रतिशत मतदान, 3 लाख 32 हजार से अधिक मतदाता ने डाले वोट।


DeshGaon
धार Published On :
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धार। चुनाव के दूसरे चरण का मतदान अब समाप्त हो चुका है। सुबह 7 बजे से मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई थी जो अब समाप्त हो चुकी है। ग्राम सरकार बनाने के लिए मतदाता घरों से निकलकर बूथों पर पहुंचे और अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।

मतदान को लेकर ग्रामीणों में खासा उत्साह देखने को मिला है। महिला-पुरुष दोनों की ही मतदान केंद्रों पर लंबी कतार देखनो को मिली। दूसरे चरण के तहत गंधवानी, धरमपुरी, उमरबन और मनावर में मतदान हुआ।

कई जगह पंचायत चुनाव को लेकर किए गए इंतजामों में कमियां देखने को मिलीं। दूसरे चरण के तहत 8 जिला पंचायत सदस्य सहित 85 जनपद सदस्य, 245 सरपंच व 3 हजार 657 पंच के लिए मतदान किया गया।

चार ब्लॉक में 807 मतदान केंद्र बनाए गए थे जहां कुल 4 लाख 32 हजार 17 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद की गई थी।

चारों ब्लॉक में 12 सौ से ज्यादा पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी। साथ ही फॉरेस्ट, रेवेन्यू और होमगार्ड के जवानों को भी तैनात किया गया है। हर बूथ पर दो सुरक्षा टीम मौजूद थी।

इतना ही नहीं मतदान के बाद किसी भी विवाद की स्थिति में मतदान दल को सुरक्षित निकालने के लिए हर ब्लॉक में रिजर्व फोर्स की भी तैनाती की गई थी, जो महज कुछ वक्त में टीम को सुरक्षित निकालकर ब्लॉक मुख्यालय लेकर पहुंचाने के लिए थी।

चार पदों के लिए हुए मतदान –

कर्मचारियों को चुनाव को लेकर पूर्व में ही परीक्षण दिया जा चुका था। चुनाव को लेकर प्रत्येक मतदान केंद्र पर एक पीठासीन अधिकारी एवं 4 मतदान अधिकारियों की नियुक्ति की गई है।

इसी तरह 807 मतदाता केन्द्रों पर एक कर्मचारी अतिरिक्त रुप से नियुक्त किया गया है। इस मर्तबा पंचायतों के आम निर्वाचन प्रत्यक्ष प्रणाली से हो रहे हैं, ऐसे में एक मतदाता चार पद हेतु मतदान कर रहा है जिसको लेकर मतदाताओं को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा।

जिपं सदस्य के लिए गुलाबी, जनपद सदस्य के लिए पीला, सरपंच के लिए नीला व पंच के लिए सफेद मतपत्र थे। मतदान केंद्रों पर मतदान सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक हुआ। बता दें कि पंचायतो में मतपत्र से 8 साल बाद चुनाव हुए।

ऐसे में कई युवाओं व नए मतदाताओं को यह भी नहीं पता था कि मतदान कैसे करना है क्योंकि अभी तक उन्होंने लोकसभा व विधानसभा चुनावों में मतदान ईवीएम मशीन का बटन दबाकर किया है।

वहीं इन चुनावों में उन्हें अब मतपत्र से एक बार नहीं बल्कि चार बार मतपत्र लेकर मतदान करना था।

कई केन्द्रों पर चली देर रात मतगणना –

निर्वाचन आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार दूसरे चरण के तहत दोपहर 3 बजे तक होने वाले मतदान के बाद केंद्र के परिसर में आने वाले बचे लोगों के द्वारा मतदान करवाया गया।

इसके बाद पंच, सरपंच को लेकर मतदान समाप्ति के तुरंत बाद मतगणना की गई। हालांकि मतगणना का सारणीकरण एवं निर्वाचन परिणाम की घोषणा 14 जुलाई को किए जाएंगे।

साथ ही जिला पंचायत सदस्यों के परिणाम की घोषणा 15 जुलाई को एक साथ होगी। पार्टी के कार्यकर्ता मतदान केंद्रों पर हुए वोटिंग के आधार पर प्लस-माइनस लगाकर अपने प्रत्याशी की जीत-हार का पता करने में जुटे हुए हैं।

मतगणना के दौरान मोबाइल के उपयोग पर प्रतिबंध –

उप जिला निर्वाचन अधिकारी नेहा शिवहरे ने बताया कि मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगरीय निकायों के आम निर्वाचन की मतगणना के दौरान मोबाइल के उपयोग पर प्रतिबंध संबंधी निर्देश जारी किए गए हैं।

जारी निर्देशों के क्रम में मतगणना के दौरान मोबाइल फोन का उपयोग मतगणना कार्य में बाधक होता है तथा मतगणना कार्य की गोपनीयता भंग होने की संभावना बनी रहती है।

आयोग द्वारा मतगणना भवन तथा परिसर में मोबाइल फोन का उपयोग पूर्णतः प्रतिबंधित किया गया है। निर्वाचन पर्यवेक्षण हेतु आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षक उक्त प्रतिबंध से मुक्त रहेंगे, ताकि वे आयोग से सतत सम्पर्क में बने रहें।

निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थी तथा उसके निर्वाचन अभिकर्ता के मतगणना स्थल पर प्रवेश के दौरान जांच की जाएगी। यदि कोई अभ्यर्थी या उसका निर्वाचन अभिकर्ता/गणन अभिकर्ता मतगणना स्थल पर मोबाइल लाता है तो उसे प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इस संबंध में सभी अभ्यर्थियों, मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों को पूर्व से अवगत भी करा दिया गया है।


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