महिला आरक्षण बिल को लेकर तेलंगाना की नेता के. कविता ने जंतर मंतर पर किया विरोध प्रदर्शन


इस भूख हड़ताल में कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया है। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी ने भूख हड़ताल का शुभारंभ किया।


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नई दिल्ली। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी और भारत राष्ट्र समिति (पहले टीआरएस) की नेता के. कविता शुक्रवार को महिला आरक्षण बिल के समर्थन में दिल्ली के जंतर-मंतर पर भूख हड़ताल पर बैठीं। वह अपनी संस्था भारत जागृति मंच के बैनर तले भूख हड़ताल कर रही हैं।

इस भूख हड़ताल में कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया है। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी ने भूख हड़ताल का शुभारंभ किया।

इससे पहले कविता ने प्रेस से बातचीत मे कहा कि महिला आरक्षण बिल 2010 से ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है और मोदी सरकार के पास 2024 से पहले इसे संसद में पारित कराने का ऐतिहासिक अवसर है। दरअसल, के कविता संसद और विधानसभाओं में महिला आरक्षण की मांग को लेकर जंतर मंतर पर धरने पर बैठी हैं। उन्होंने कांग्रेस पार्टी से भी इस मुहिम में समर्थन मांगा है।

कविता ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि उन्होंने तमाम विपक्षी दलों से इस विरोध प्रदर्शन में जुड़ने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का इसमें पहले भी काफी अच्छा योगदान रहा है और हमें उम्मीद है कि इस मुहिम में भी कांग्रेस पार्टी सहयोग करेगी। कविता ने कहा, “कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की सदारत में उन्होंने महिला आरक्षण से जुड़ा बिल राज्यसभा में भी पारित किया है।”

उन्होंने आगे कहा कि हमेशा बात राजनीति की नहीं होती है। महिला आरक्षण एक अहम मुद्दा है इसलिए सभी लोग हमारी मदद करेंगे। बीजेपी पर दवाव डालने के लिए जितने ज्यादा लोग मिलेंगे और जुड़ेंगे तो दबाव उतना ही बढ़ेगा और बिल पास हो जाएगा। इससे पहले के. कविता ने गुरुवार को दिल्ली में एक प्रेस प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जंतर-मंतर पर भूख हड़ताल की जानकारी दी थी और बताया था कि हड़ताल में शामिल होने के लिए सभी राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया गया है।

कविता ने भूख हड़ताल के दौरान ईडी और सीबीआई की तरफ से मारी जा रही छापेमारी को लेकर केंद्र पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य में चुनाव होते हैं तो पीएम मोदी से पहले ईडी आ जाती है। उन्होंने तंज किया कि यह ‘जोक ऑफ द डिकेड’ बन गया है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस एजेंसी को अपने फैसले खुद लेने चाहिए वह बीजेपी के इशारों पर काम कर रही है। बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय कल ही के कविता से दिल्ली शराब घोटाले से जुड़े मामले में पूछताछ करने वाली है।


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