मांड्या। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी गुरुवार को कर्नाटक के मांड्या पहुंची, जहां वे पहली बार भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुईं। इस यात्रा के दौरान एक ऐसा दृश्य भी सामने आया जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इस दृश्य में भारत जोड़ो यात्रा पर निकले राहुल गांधी अपनी मां व कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के जूतों के फीते बांधते नजर आए।
माना जा रहा है कि राहुल की भारत जोड़ो यात्रा में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का शामिल होना पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए बूस्टर डोज जैसा साबित होगा और उनमें जोश भरेगा।
यात्रा के 29वें दिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी मांड्या जिले के जक्कनहली से पदयात्रा में शामिल हुईं। राहुल ने कंधे पर हाथ रखकर मां का स्वागत किया। इसके बाद यात्रा में मौजूद महिला नेताओं ने सोनिया गांधी का हाथ थाम लिया।
मां ❤️ pic.twitter.com/0UgqF9hfw6
— Congress (@INCIndia) October 6, 2022
यात्रा के दौरान सोनिया गांधी के जूते ढ़ीले होने पर राहुल गांधी उन्हें बांधते नजर आए। इसका फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
इस दृश्य का एक वीडियो कांग्रेस की प्रवक्ता व वरिष्ठ महिला नेता सुप्रिया श्रीनेत ने ट्वीट पर शेयर किया है।
A concerned son, before anything else
That’s why I respect Rahul Gandhi
Because a mother has to be loved and cared for – sometimes despite her resistance 🙂 #BharatJodoWithSoniaGandhi pic.twitter.com/MW7Cz17uRC
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) October 6, 2022
तकरीबन 15 मिनट तक पैदल चलने के बाद राहुल गांधी ने सोनिया गांधी को वापस कार में भेज दिया। हालांकि, कुछ देर आराम करने के बाद सोनिया फिर से पैदल यात्रा में शामिल हो गईं।
बता दें कि सोनिया गांधी एक महीना पहले ही कोरोना से उबरी हैं और फिलहाल उनका स्वास्थ्य पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ है इसलिए राहुल उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंतित दिखे।
भारत जोड़ो यात्रा में सोनिया गांधी के शामिल होने से कर्नाटक आगामी विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव पर भी सकारात्मक असर पड़ सकता है। राज्य के पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान सोनिया गांधी चुनाव प्रचार से दूर थीं।
हालांकि पार्टी ने यहां एक आंतरिक सर्वेक्षण कराया था। इस सर्वे में निकलकर आया था कि कांग्रेस की तरफ से सोनिया गांधी का प्रचार करना पार्टी के हित में है। उसके बाद बीमार सोनिया गांधी यहां प्रचार के लिए आई थीं। इसका असर भी राज्य में नजर आया था और कांग्रेस की वापसी हुई थी।