ट्रोल हो रहीं स्मृति ईरानी के बचाव में आए राहुल गांधी, लोगों से कहा किसी को अपमानित करना ताकत नहीं कमज़ोरी


स्मृति ईरानी की हार के बाद उनकी लगातार आलोचना हो रही है और अब उन्हें अपना सरकारी आवास खाली करना पड़ा है जिसे लेकर लोग उनका मजाक उड़ा रहे हैं।


DeshGaon
राजनीति Published On :

लोकसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद विपक्ष खासा मजबूत नजर आ रहा है। चुनावों में एक अहम सीट अमेठी रही जहां से पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी कांग्रेस के किशोरीलाल से चुनाव हार गईं। अब स्मृति ईरानी को दिल्ली में मिला अपना सरकारी आवास खाली करना पड़ा है और ऐसे में कांग्रेसी तथा दूसरे विपक्षी खेमे के लोग उनका खासा मज़ाक उड़ा रहे हैं। ऐसे में ईरानी के बचाव के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी सामने आए हैं और उन्होंने लोगों से स्मृति के खिलाफ अपमानजनक भाषा इस्तेमाल न करने की अपील की है। राहुल ने कहा कि चुनाव में हार जीत होती रहती है लेकिन इस तरह किसी नेता के प्रति अपमान जनक भाषा का प्रयोग और बुरा व्यवहार करना ठीक नहीं है।

राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर लिखा, “जीत और हार जीवन का हिस्सा हैं। मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि वे श्रीमती स्मृति ईरानी या किसी अन्य नेता के प्रति अपमानजनक भाषा का प्रयोग और बुरा व्यवहार न करें।” उन्होंने आगे लिखा, “लोगों को अपमानित और अपमानित करना कमजोरी का संकेत है, ताकत का नहीं।”

4 जून को घोषित आम चुनाव परिणामों में, ईरानी ने उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट कांग्रेस के अनुभवी कार्यकर्ता और चुनावी नवोदित किशोरी लाल शर्मा से 1.6 लाख मतों के अंतर से हार गई थीं।

स्मृति पर लोगों की यह नाराजगी उनके द्वारा राहुल गांधी पर लगातार किए गए राजनीतिक हमलों के कारण भी है। साल 2019 का चुनाव राहुल को हराने वाली स्मृति अक्सर राहुल और गांधी परिवार को बहुत से मुद्दों पर घेरती रही हैं और कई बार तो राहुल पर लगाए गए उनके आरोप बेबुनियाद भी रहे हैं, हालांकि राहुल ने अब तक स्मृति के किसी भी आरोप पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है और यह पहली बार है कि राहुल उनसे (स्मृति से) जुड़े मुद्दे पर बात कर रहे हैं हालांकि यह मुद्दा स्मृति के बचाव का है।

अपनी हार के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ईरानी ने कहा, “मैं सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों का आभार व्यक्त करती हूं, जिन्होंने अत्यधिक समर्पण और निष्ठा के साथ क्षेत्र और पार्टी की सेवा की है। आज, मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभारी हूं कि उनकी सरकारों ने 30 साल से लंबित कार्यों को सिर्फ 5 साल में पूरा किया है। मैं विजेताओं को बधाई देती हूं। मैं अमेठी के लोगों की सेवा में हमेशा रहूंगी।”


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