कट्टरवादी सोच ने एक आदिवासी नेता को हमसे छीना, रावण जैसे काम कर रहे कैलाश विजयवर्गीय: जीतू पटवारी


कट्टरवादी सोच ने हमें एक आदिवासी नेता से वंचित कर दिया है, और कैलाश विजयवर्गीय के कार्य रावण जैसे हैं। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने यह बयान प्यार सिंह निनामा की श्रद्धांजलि सभा में दिया। उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार पर माफिया राज चलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार की कमान अपने मंत्रियों को दे रखी है। साथ ही, प्यार सिंह निनामा की हत्या को एक सोची-समझी साजिश का परिणाम बताया, जो उनकी बढ़ती लोकप्रियता के कारण की गई थी।


अरूण सोलंकी अरूण सोलंकी
राजनीति Updated On :

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भाजपा और कैलाश विजयवर्गीय पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि “कैलाश विजयवर्गीय का काम रावण जैसा है। रावण का संहार करने के लिए राम आए थे, और कोई आदिवासी राम आकर कैलाश का अंत करेगा।” पटवारी ने यह बयान प्यार सिंह निनामा की श्रद्धांजलि सभा के दौरान दिया, जो ग्राम खुर्दा में आयोजित की गई थी।

उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार पर माफिया राज चलाने का आरोप लगाया और कहा कि मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार की कमान अपने मंत्रियों को सौंप रखी है। “आज जैसा भ्रष्ट मुख्यमंत्री प्रदेश ने पहले कभी नहीं देखा,” पटवारी ने कहा। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि राज्य का सारा पैसा उज्जैन की ओर जा रहा है, जबकि बाकी प्रदेश को नज़रअंदाज़ किया जा रहा है।

श्रद्धांजलि सभा में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, हीरालाल अलावा, पांचीलाल मीणा, रामेश्वर पटेल, राधेश्याम मिर्धा और रुक्मणी निनामा, राधेश्याम मुवेल, समेत कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। सभा में मौजूद सभी नेताओं ने प्यार सिंह निनामा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। यह आयोजन मानपुर के स्थानीय नेताओं ने किया। इसमें बैकुंठ पटेल, मनमोहन गुणावाद, अभिषेक यादव जैसे स्थानीय नेताओं की अहम भूमिका रही। इनके अलावा महू से कैलाश दत्त पांडे, संजय शर्मा मामा, पुनीत शर्मा जैसे कई नेता कार्यक्रम में पहुंचे।

अब तक यह कार्यक्रम मुख्य रूप से अंतर सिंह दरबार के द्वारा आयोजित किया जाता था लेकिन इस बार दरबार कांग्रेस छोड़कर भाजपा ने जा चुके हैं ऐसे में उनके लिए निनामा हत्याकांड के आरोपियों पर टिप्पणी करना मुश्किल भरा होता। क्योंकि इस हत्याकांड के आरोपी रहे लोग अब भाजपा के समर्थन प्राप्त हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि दरबार ने अपने पुराने दोस्त निनामा को राजनीतिक तौर पर चोला बदलने के बाद भुला दिया है।

पत्रकारों से बातचीत में जीतू पटवारी ने कहा कि प्यार सिंह निनामा की हत्या एक सोची-समझी साजिश का परिणाम थी। उन्होंने कहा कि प्यार सिंह निनामा की बढ़ती लोकप्रियता से घबराकर कट्टरवादी ताकतों ने उनकी हत्या करवा दी। “वे आदिवासियों के सर्वमान्य नेता थे, और उनकी लोकप्रियता से डरकर कट्टरपंथियों ने उन्हें हमसे छीन लिया,” पटवारी ने कहा।

उन्होंने जोर देकर कहा कि अब वक्त आ गया है कि सभी एकजुट होकर इस भ्रष्टाचार और माफिया राज के खिलाफ लड़ाई लड़ें।



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