पीएम नरेंद्र मोदी झाबुआ के जनजाति सम्मेलन से करेंगे लोकसभा चुनाव का आगाज़, करीब दो लाख से अधिक कार्यकर्ताओं के पहुंचने की उम्मीद


विस चुनाव में आखिरी सभा जहां ली थी, वहीं से करेंगे लोकसभा चुनाव का शंखनाद


आशीष यादव
राजनीति Updated On :

झाबुआ में होने वाली सभा मे आदिवासी वोटर को साधने के लिए नरेंद्र मोदी 11 फरवरी को जनजाति सम्मेलन के रूप में एक बड़ा आयोजन भाजपा करने वाली है इसको लेकर तैयारी का दौर भी शुरू हो गया है वहीं इस सभा को लेकर तीन राज्यों के आदिवासी वोट बैंक साधने के लिए यहां सभा का आयोजन किया जा रहा है।

जिले में होने जा रहे जनजाति सम्मेलन के जरिए भाजपा की निगाह मप्र की तीन और सीमावर्ती गुजरात और राजस्थान राज्य की दो दो आदिवासी लोकसभा सीटों पर है। यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दिन झाबुआ से लोकसभा चुनाव का शंखनाद कर रहे हैं।

खास बात ये है कि मप्र विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री ने अपनी आखिरी चुनावी सभा भी यहीं ली थी। रतलाम संसदीय क्षेत्र के अंर्तगत आने वाले तीन जिलों रतलाम, झाबुआ और आलीराजपुर के लिए झाबुआ मध्य बिंदु है। यहां की सीमा धार संसदीय क्षेत्र से जुड़ी है तो वहीं खरगोन संसदीय क्षेत्र से भी लोक संस्कृति और परंपरा के अनुरूप नाता हैं। इसके साथ ही सीमावर्ती गुजरात राज्य का दाहोद और राजस्थान राज्य का बांसवाड़ा संसदीय क्षेत्र भी झाबुआ जिले की सीमा से सटा है।

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा ने पीएम मोदी की सभा की तैयारियों का जायजा लिया

राजनितिक दृष्टि से आदिवासी अंचल झाबुआ वर्तमान में राजनीति का महत्वपूर्ण केंद्र बिंदु बनाया गया। वही एक लाख से अधिक कार्यकताओं जनजाति सम्मेलन का हिस्सा बनेंगे वही इंदौर सभाग से 15 सो बसों का अधिग्रहण होगी। वही मोदी की सुरक्षा व व्यस्था के लिए 2 हजार से अधिक पुलिस अधिकारी रहेंगे। सभा के लिए तीन हेलीपैड बनाए है।

सभा की तैयारियों में पूरा प्रशासनिक अमला लगा हुआ है, शुक्रवार को अधिकारी सभा की तैयारियों का जायजा लेते हुए।

देश में 10 से अधिक करोड़ आदिवासी वोटर
प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से 6 सीट आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित है। उनमें धार, झाबुआ रतलाम , खरगोन ,संसदीय क्षेत्र भी आता है। मप्र की बात करें तो यहां लगभग 21 प्रतिशत आदिवासी आबादी है, जबकि देश में करीब 10 करोड़ से अधिक आदिवासी मतदाता है। यानी यह कहा जा सकता है कि भाजपा झाबुआ के जनजाति सम्मेलन के जरिए इस वर्ग को साधने की रणनीति पर काम कर रही है। यही वजह है कि पीएम मोदी के कार्यक्रम के लिए झाबुआ को चुना गया है।

भाजपा के सांसद 18 विस पर कांग्रेस काबिज
रतलाम के साथ धार, खरगोन, दाहोद और बांसवाड़ा लोकसभा क्षेत्र जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है और पांचों लोकसभा में सांसद भाजपा से है। जबकि हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान पांचों संसदीय क्षेत्र की कुल 39 सीटों में से 19 पर भाजपा और 18 पर को कांग्रेस ने जीत हासिल की है। जबकि दो विधानसभा में भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी विजय हुए हैं।

माना जा रहा है कि इसी वजह से भी भाजपा ने आदिवासी अंचल झाबुआ से ही लोकसभा चुनाव प्रचार का शंखनाद करने का निर्णय लिया है। ताकि पूरे आदिवासी बेल्ट को साधा जा सके।

प्रदेश के 3 क्षेत्रों के साथ गुजरात-राजस्थान की 2 संसदीय क्षेत्रों के आदिवासियों पर नजर

झाबुआ से जुड़ी 5 संसदीय क्षेत्रों की राजनीतिक स्थिति

1. रतलाम संसदीय क्षेत्र
सांसद : गुमानसिंह डामोर, भाजपा स्थिति: 8 विधानसभा क्षेत्रों में से 4 पर भाजपा, तीन पर कांग्रेस और एक पर भारत आदिवासी पार्टी का कब्जा। विधानसभा चुनाव के परिणाम : रतलाम संसदीय क्षेत्र के अंर्तगत तीन जिले की आठ विधानसभा सीट आती है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान झाबुआ, थांदला और जोबट में कांग्रेस ने जीत हासिल की। जबकि सैलाना में भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी विजय रहे। भाजपा ने पेटलावद, आलीराजपुर, रतलाम शहर और रतलाम ग्रामीण में जीत हासिल की

2. धार लोकसभा
सांसद : छतरसिंह दरबार, भाजपा स्थिति: आठ विधानसभा में से 5 पर कांग्रेस और तीनपर भाजपा का कब्जा। विधानसभा चुनाव परिणाम धार संसदीय क्षेत्र में आठ विधानसभा सीट आती है। इनमें से धार और धरमपुरी और डॉ आंबेडकर नगर-महू में भाजपा ने जीत हासिल की थी। जबकि सरदारपुर, गंधवानी, कुक्षी, मनावर और बदनावर में कांग्रेस ने जीत हासिल की

3. खरगोन लोकसभा
सांसद गजेंद्र पटेल, भाजपा स्थिति 8 विधानसभा में से 5 पर कांग्रेस, तीन पर भाजपा का कब्जा है। विधानसभा चुनाव परिणाम: महेश्वर, खरगोन और पानसेमल में भाजपा ने जीत हासिल की तो वहीं कसरावद, भगवानपुरा, सेंधवा, राजपुर और बड़वानी में कांग्रेस प्रत्याशी विजय रहे।

4. दाहोद संसदीय क्षेत्र
सांसद जसवंतसिंह भाबोर, भाजपा स्थिति कुल 7 विधानसभा सीट है और सभी पर भाजपा का कब्जा है। विधानसभा चुनाव परिणाम : विधानसभा चुनाव में भाजपा ने दाहोद संसदीय क्षेत्र में आने वाली विधानसभा दाहोद, संतरामपुर, गरबाड़ा, देवगढ़ बारिया, झालोद, फतेपुरा और लिमखेड़ा में जीत हासिल की थी।

5. बांसवाड़ा लोकसभा क्षेत्र
सांसद कनकमल कटारा, भाजपा स्थिति 8 विधानसभा सीट में से 5 पर कांग्रेस और दो पर भाजपा का कब्जा है। एक सीट पर भारत आदिवासी पार्टी ने जीत दर्ज की थी। विधानसभा चुनाव परिणाम : विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने डूंगरपुर, बांसवाड़ा, कुशलगढ़, घाटोल और बागीदौरा में जीत हासिल की थी। भाजपा ने सागवाड़ा और गढ़ी विधानसभा में चुनाव जीता। जबकि चौरासी विधानसभा सीट पर भारत आदिवासी पार्टी प्रत्याशी विजयी रही

प्रधानमंत्री जी के दौरे को लेकर कार्यकर्ताओं से हर बूथ पर जाकर मोदीजी के कार्यक्रम में आने का निमंत्रण दिए जा रहे है। हमारे लिए गर्व का विषय है प्रधानमंत्री जनजाति बहुल इलाकों से देश के लोकसभा चुनाव के प्रचार का शंखनाद करने के लिए जनजातीय सम्मेलन में जनता को सबोधित करेंगे। वही कार्यक्रम को लेकर तैयारियां पूर्ण कर ली गई है।     निर्मला भूरिया, महिला बाल विकास मंत्री, मध्यप्रदेश शासन


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