भोपाल। पुरानी पेंशन योजना की बहाली को लेकर कर्मचारियों का प्रदेश सरकार पर भारी दबाव है और अब कांग्रेस इसका लाभ उठा रही है। रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री मंत्री कमलनाथ ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मप्र में कांग्रेस की सरकार बनती है तो पुरानी पेंशन स्कीम दोबारा लागू की जाएगी।
कमलनाथ भोपाल में मानस भवन में मध्यप्रदेश शिक्षक कांग्रेस के प्रांतीय अधिवेशन में बोल रहे थे यहां मंच से उन्होंने कहा कि कहा कि अगर प्रदेश में उनकी सरकार बनती है तो वह पुरानी पेंशन को बहाल करेगी। इससे पहले भी वे पुरानी पेंशन योजना की बहाली की मांग करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिख चुके है।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो हम पुरानी पेंशन बहाल करेंगे , हर हाल में लागू करेंगे….
पुरानी पेंशन को कांग्रेस की दूसरी सरकारों ने भी लागू किया है – पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ , मध्यप्रदेश शिक्षक कांग्रेस के कार्यक्रम में.. pic.twitter.com/XF5gl2VUKx
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) May 1, 2022
इससे पहले भी पूर्वमुख्यमंत्री कमलनाथ ने कई बार इस तरह से कर्मचारियों को लुभाने की कोशिश की है। दरअसल राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी की सरकारें हैं और वहां के मुख्यमंत्रियों ने पुरानी पेंशन योजना को दोबारा लागू कर दिया है। इसके बाद से मप्र में भी यह मांग उठ रही है। बताया जाता है कि सरकार पर इसका काफी अधिक दबाव है लेकिन भाजपा ही की केंद्र की सरकार द्वारा नई पेंशन योजना लागू की गई है।
ये है मामला…
मध्य प्रदेश में भी 1 जनवरी 2005 से नियुक्त होने वाले कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन व्यवस्था बंद कर दी गई थी और इसके स्थान पर नई पेंशन योजना लागू की गई है। इसके तहत कर्मचारियों को सेवानिवृत्त होने पर प्रतिमाह 800 से 1 हजार रुपये तक पेंशन मिलती है। कर्मचारी संगठन सरकार से लगातार पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग कर रहे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि नई पेंशन के तहत कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद आजीविका चलाना मुश्किल हो गया है।