भाजपा की विकास यात्रा नहीं निकास यात्रा है, जिसे जनता ने फजीहत यात्रा बनाया- कांग्रेस


धार जिला कांग्रेस अध्‍यक्ष कमल शोर पाटीदार ने कहा- कमलनाथ की 15 महीने की सरकार से जवाब मांगने वालों से जनता मांग रही 195 महीने का हिसाब।


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धार Published On :
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धार। भाजपा की तथाकथित विकास यात्रा को मप्र की जनता ने निकास यात्रा बना दिया है। मप्र के इतिहास में इससे ज्‍यादा असफल यात्रा और कोई नहीं रही है। कोई जिला ऐसा नहीं रहा है, जहां भाजपा की विकास यात्रा का जनता ने विरोध नहीं किया है।

कहीं यात्रा को काले झंडे दिखाए गए तो कहीं भाजपा कार्यकर्ताओं ने ही भ्रष्‍टाचार की शिकायत की है। कहीं पर अश्‍लील डांस करके भीड़ जुटाने की कोशिश की गई। जगह-जगह जनता शिकायत कर रही है, बिजली नहीं है, पानी नहीं है, आवास का पैसा नहीं आया है।

इस तरह के आरोप कांग्रेस जिलाध्‍यक्ष कमल शोर पाटीदार ने बस स्‍टैंड स्थित कांग्रेस कार्यालय पर किए गए प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरकार की विकास यात्रा और कार्यों पर लगाए गए हैं।

इसके साथ ही कांग्रेसी नेताओं ने कई सारे सवाल भी सरकार से पूछे हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश कांग्रेस सचिव कुलदीप सिंह बुंदेला, शहर कांग्रेस अध्‍यक्ष टोनी छाबड़ा, कांग्रेस नेता मुजीब कुरैशी आदि नेता मौजूद थे।

सरकार से पूछे गए ये सवाल –

18 साल की भाजपा सरकार जनता को हिसाब क्‍यों नहीं दे रही है? हिसाब तब देते जब कोई कार्य बताने लायक होता। विकास यात्रा को जनता ने भाजपा की निकास यात्रा बना दिया है।

सीएम शिवराज रोज प्रश्‍न पूछने की नोटंकी कर रहे हैं। सरकार को जवाब देना चाहिए पर विपक्ष से सवाल कर जनता के साथ मजाक कर रहे हैं?

2018 में जनता का वोट 5 साल के लिए था, सरकार भाजपा ने गिराई, कांग्रेस के शेष वचन पूरे करने की जिम्‍मेदारी भाजपा की है।

यदि कोई वचन छूट गया है तो इन्‍होंने 3 साल में भाजपा ने पूरा क्‍यों नहीं किया है? किसान कर्जमाफी क्‍यों बंद की? सामाजिक सुरक्षा पेंशन 1 हजार रुपये क्‍यों नहीं की गई? गौशाला निर्माण क्‍यों बंद किया गया? 100 रुपये में 100 यूनिट बिजली क्‍यों बंद की?

भाजपा को 18 साल का हिसाब देना चाहिए और सरकार गिराने के बाद कांग्रेस के वचन पूरे क्‍यों नहीं किए गए, इसका भी जवाब देना चाहिए।

कांग्रेस ने गिनाए सरकार के घोटाले –

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस ने प्रदेश सरकार के कार्यकाल में हुए घोटाले भी गिनाए। इनमें 150 से अधिक घोटालों का जिक्र किया गया जिसमें आयुष्‍मान घोटाला, पोषण आहार घोटाला, छात्रवृत्ति घोटाला, व्‍यापमं घोटाला, महाकाल लोक घोटाला, बिजली घोटाला, मनरेगा घोटाला, कारम डैम घोटाला, नल-जल योजना घोटाला, स्‍मार्ट सिटी घोटाला जैसे घोटाले गिनाए गए।


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