इंदौर। पेट्रोल डीजल की बेलगाम होती कीमतों पर अब लोगों का असंतोष गुस्से में बदल रहा है। भारतीय जनता पार्टी और खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब सत्ता के लिए संघर्ष कर रहे थे तब यही मुद्दे उनके हथियार बने थे लेकिन अब जब सत्ता उनके हाथ में आ चुकी है तो पेट्रोल डीजल की महंगाई एतिहासिक है।
ऐसे में जनता सवाल कर रही है लेकिन इन सवालों के जवाब सरकार और भाजपा नेताओं के पास फिलहाल नजर नहीं आ रहे हैं ऐसे में नेता अजीबो गरीब बयान भी दे रहे हैं।
देवास के सांसद और राजनीति में आने से पहले न्यायाधीश रहे सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी ने शाजापुर में पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों के समर्थन में एक अजीबो गरीब बयान दिया। कुछ पत्रकारों द्वारा सवाल किए जाने पर सांसद सोलंकी ने कहा कि
अगर पेट्रोल की कीमतें बढ़ रही हैं तो उसी अनुपात में लोगों की आमदनी भी तो बढ़ी है
सोलंकी यहीं नहीं रुके उन्होंने अपने कुछ और तर्क भी दिए और पीएम मोदी के प्रति प्रतिबद्धता दिखाने के लिए आगे कहा कि
तेल की बढ़ी हुई कीमतों के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। ऐसा नहीं है कि पेट्रोल की कीमत केवल नरेंद्र मोदी सरकार में बढ़ रही हैं। कहा कि देश का दुर्भाग्य रहा है कि शुरू के 55 वर्ष में कांग्रेस ने यहां पर शासन किया और उन्होंने यहां पर इस तरह का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार नहीं किया। जिससे कीमतों को बढ़ने से रोका जा सके लेकिन मोदी सरकार इस पर काम कर रही है।
सांसद सोलंकी के महंगाई के समर्थन में इन बयानों पर मीडियाकर्मी केवल मुस्कुराते ही नजर आए।
हालांकिप्रदेश में सांसद सोलंकी अकेले नेता नहीं हैं जिनसे इस कठिन मुद्दे पर सवाल पूछे जा रहे हों। कई दूसरे नेताओं से भी यह सवाल पूछे जा रहे हैं लेकिन उन पर जवाब देते नहीं बन रहे हैं।
मप्र पूरे देश में पेट्रोल और डीजल पर सबसे ज्यादा वैट वसूलने वाला राज्य है, पेट्रोल पर 33% वैट हर लीटर पर ₹4.50, डीजल पर 23% वैट, ₹3 प्रति लीटर सेस, मंत्रीजी ने भाषण दिया सवाल के जवाब में गाड़ी स्टार्ट कर चल दिये 🙂 @ndtvindia @ndtv @manishndtv@AunindyoC @insouciantwarsi pic.twitter.com/uQPPkT2Z8i
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) February 15, 2021
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश पेट्रोल डीजल पर सबसे अधिक टैक्स लगाने वाले राज्यों में है और सरकार इस टैक्स में कोई कमी करने के मूड में फिलहाल तो नजर नहीं आ रही है। ऐसे में महंगाई से राहत मिलने की संभावनाएं भी दूर दूर तक नजर नहीं आ रहीं हैं।