कांग्रेस पार्टी ने अपनी दूसरी सूची जारी कर दी है। इसमें सभी शेष 88 प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं। पार्टी ने पिछले दिनों हुए विरोध के बाद कुछ नामों में परिवर्तन भी किया है। इनमें दतिया, गोटेगांव और पिछोर की सीटें अहम हैं। दतिया से जहां अवधेश नायक का टिकट काटकर राजेंद्र भारती को दिया गया है। तो वहीं गोटेगांव से शैलेष चौधरी की जगह मौजूदा विधायक और पूर्व विधानसभा स्पीकर एनपी प्रजापति को टिकिट दिया जा रहा है। वहीं पिछोर से अब अरविंद सिंह लोधी को शेखर सिंह की जगह उतारा जा रहा है।
इसके अलावा रीवा जिले की देवतालाब विधानसभा सीट से विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम विधायक हैं। कांग्रेस ने इस सीट पर उनके भतीजे पद्मेश गौतम को मैदान में उतारा है। अब केवल आमला सीट की घोषणा बाकी है। जहां से कांग्रेस डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे को टिकिट देने की तैयारी में है। हालांकि अब तक उनका इस्तीफ़ा राज्य सरकार ने नहीं स्वीकारा है।
पद्मेश 2022 में हुए जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में गिरीश गौतम के बेटे राहुल गौतम को हार चुके हैं।
वहीं इंदौर में प्रियंका गांधी के करीबी सत्यनारायण पटेल को इंदौर 5 से और इंदौर तीन से कांग्रेस के पुराने कद्दावर नेता महेश जोशी के बेटे पिंटू जोशी को टिकिट दिया जा गया है। यहां महू सीट पर हालही में पार्टी में शामिल हुए रामकिशोर शुक्ला को मौका दिया गया है।
कांग्रेस ने शेष 88 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित किए। इनमें कई ऐसे नेताओं को भी टिकट मिला है जो कुछ ही दिन पहले टिकिट की आस में भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए हैं।
पार्टी ने विरोध के बाद दतिया, पिछोर और गोटेगांव से टिकट बदला है। लिस्ट में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी… pic.twitter.com/MZh2UaLbRJ
— Deshgaon (@DeshgaonNews) October 19, 2023
कांग्रेस की इस लिस्ट में भोपाल के दक्षिण पश्चिम सीट से पीसी शर्मा, भोपाल उत्तर से आरिफ अकील के बेटे आतिफ अकील, भोपाल के गोविंदपुरा से रविंद्र साहू और हुजूर विधानसभा के लिए नरेश ज्ञानचंदानी का नाम घोषित किया गया है।
इसके अलावा केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के खिलाफ दिमनी से रविंद्र सिंह तोमर को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है। वहीं, मुरैना से दिनेश गुर्जर, भिंड से चौधरी राकेश चतुर्वेदी, ग्वालियर से सुनील शर्मा, गुना से पंकज कनेरिया, रीवा से राजेंद्र शर्मा, सीधी से ज्ञान सिंह, जबलपुर कैंट से अभिषेक चौकसे चिंटू को टिकट मिला है।
मंडला से अशोक मस्कोले, भोजपुर से राजकुमार पटेल, धार से बालमुकुंद गौतम की पत्नी प्रभा गौतम और खातेगांव से हाल में भाजपा से कांग्रेस में आए पूर्व मंत्री कैलाश जोशी के बेटे दीपक जोशी को कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बनाया है। 230 में से सिर्फ एक अमला की सीट पर कांग्रेस ने अपना उम्मीदावर अभी घोषित नहीं किया है।
महू का दिलचस्प मुकाबला…
महू सीट की बात करें तो यहां से पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार लगातार दबाव बनाए हुए थे लेकिन आखिरकार उन्हें निराश होना पड़ा और टिकिट रामकिशोर शुक्ला को ही मिला है। शुक्ला को काफी पहले बड़े नेताओं ने इसका इशारा कर दिया था इसके बाद दरबार उनके विरोध में नजर आ रहे थे। दरअसल, शुक्ला पुराने कांग्रेसी रहे हैं लेकिन भाजपा शासन में वे भाजपाई हो गए थे। इस बीच उन्हें उम्मीद थी कि उन्हें क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ वहीं दरबार महू में कांग्रेस का सबसे बड़ा चेहरा रहे हैं। ऐसे में उन्हें उम्मीद थी कि लगातार तीन बार हारने के बाद भी उन्हें ही टिकट दिया जाएगा हालांकि पार्टी ने पिछले दिनों दिल्ली में हुई बैठक में यह साफ कर दिया था कि तीन बार हार चुके नेताओं को टिकट नहीं दिया जाएगा और उसी समय दरबार के बारे में फैसला हो चुका था।
हालांकि अब महू का चुनाव और दिलचस्प हो गया है। यहां रामकिशोर शुक्ला के सामने भाजपा की ओर से उषा ठाकुर के ही उतरने की उम्मीद जताई जा रही है। इसे लेकर गुरूवार को कई खबरें भी उठीं। कुछ समय पहले ही ठाकुर का महू में काफी विरोध रहा है और यह अंदर खाने अब भी जारी है, लेकिन खुद शुक्ला खुद भी कुछ महीने पहले तक ठाकुर के साथ पार्टी का काम कर रहे थे और अब उनके सामने होंगे। ऐसे में देखना होगा कि अब वे कितने पैने साबित होते हैं। वहीं शुक्ला के सामने अंतर सिंह दरबार की तरह पुराने कांग्रेसियों को मनाने की भी चुनौती होगी क्योंकि दरबार इलाके के एक मात्र ऐसे नेता है जिनकी जनता के बीच बेहद सटीक पकड़ है और जिले के बड़े-बड़े आयोजनों में भीड़ लाने की ज़िम्मा कांग्रेस उन्हें ही देती है।