मध्यप्रदेश उपचुनाव के प्रचार के बीच राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस ने कमल नाथ के स्टार प्रचारक के दर्जे को चुनाव आयोग द्वारा खत्म कर दिए जाने से जहां कांग्रेस की छवि को छोट पहुंची है, वहीं कमल नाथ का कहना है कि वे आयोग के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं. किन्तु साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ‘स्टार प्रचारक न तो कोई पद है और न ही कोई दर्जा, मैं चुनाव आयोग के फैसले पर टिप्पणी नहीं करना चाहता, केवल 10 नवंबर के बाद टिप्पणी करूंगा. अंत में जनता सबसे ज्यादा मायने रखती है और वो सब कुछ जानती है.’
Star campaigner is neither a post nor a status. I don't want to comment on EC's decision, will comment only after 10th Nov. In the end, public matters the most & they know everything: Congress leader Kamal Nath on EC revoking his star campaigner status for MP by-election campaign pic.twitter.com/vFagkhlYU3
— ANI (@ANI) October 31, 2020
चुनाव आयोग द्वारा कमल नाथ का स्टार प्रचारक का दर्जा छीन लिए जाने के बाद बीजेपी और अधिक हमलावर हो गयी है. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, कमल नाथ घमंडी हैं. उन्होंने चुनाव आयोग को ही गलत बता दिया.
कांग्रेस छोड़ बीजेपी में गये ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि, मैं हैरान हूँ, चुनाव आयोग की कार्रवाई और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा उनसे माफ़ी मांगने की बात कहने के बाद भी उन्होंने माफ़ी नहीं मांगी. जनता उन्हें सबक सिखाएगी 3 नवम्बर को.
I'm surprised at Kamal Nath's behaviour. Despite EC action & former Congress President asking him to apologise for his comments, he refuses to apologise. The public will make him say sorry on 3rd November & give a befitting reply to his ego: BJP leader Jyotiraditya Scindia pic.twitter.com/ROzaZ2UWsE
— ANI (@ANI) October 31, 2020
बता दें कि चुनाव आयोग ने सबसे पहले आइटम शब्द के इस्तेमाल पर कमलनाथ को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था. कमलनाथ के नोटिस के जवाब भेजने पर चुनाव आयोग ने पीसीसी चीफ कमलनाथ को चुनाव प्रचार में इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल नहीं करने की हिदायत दी थी. लेकिन चुनाव आयोग की हिदायत के बाद भी लगातार बयानों से बीजेपी नेताओं पर हमला बोलने के मामले में कमलनाथ पर अब एक्शन हुआ है.