विधानसभा चुनाव की हलचल तेज है और अब एमपी में कांग्रेस भी ताकतवर नजर आ रही है। भारतीय जनता पार्टी की करीब दो दशक पुरानी सरकार अब एंटी इन्कमबेंसी से जूझ रही है और यही कांग्रेस के लिए अच्छा मौका साबित हो सकता है। ऐसे में पार्टी के बड़े नेता भी पूरा ज़ोर लगा रहे हैं। पिछले दिनों राहुल गांधी की सभा के बाद अब प्रियंका गांधी भी एमपी आ रही हैं। धार जिले के राजगढ़ में प्रियंका 5 सितंबर को बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगी। इस रैली की तैयारियां तेज़ हैं। पार्टी के नेता बड़ी भीड़ पहुंचने का दावा कर रहे हैं।
यह सभा कांग्रेस की कब्जे वाली विधानसभा सरदारपुर में होने जा रही है। सरदारपुर से कांग्रेस के प्रताप ग्रेवाल विधायक है। सरदारपुर विधानसभा के साथ-साथ तमाम व्यवस्थाओं को मै नपाॅवर जुटाने की जिम्मेदारी भी विधायक ग्रेवाल के कंधोंं पर रहेगी। ग्रेवाल सभा में ताकत दिखाने के लिए समर्थकों की लंबी टीम उतारने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए सभी पदाधिकारियों को दायित्व सौंपे गए है। वहीं सभा का काम देपालपुर विधायक विशाल पटेल देख रहे है। राजगढ़ के मेला मैदान पर यह सभा होगी। इस बार विधानसभा चुनाव में सरदारपुर से कांग्रेस दोबारा प्रताप ग्रेवाल को ही अपनी उम्मीदवार के तौर पर प्रस्तुत कर रही है। यह उनका चौथा चुनाव होगा। साफ छवि और सरल स्वभाव ग्रेवाल की मजबूत ताकत है।
राजगढ़ से कांग्रेस का बड़ा आयोजन : कांग्रेस अब मालवा-निमाड़ पर भी काफी ध्यान दे रही है। प्रियंका गांधी धार के राजगढ़ में जनसभा को संबोधित करेंगी, तो यहीं से निमाड़ अंचल को खास संदेश देने की कोशिश भी होगी। जिले के राजगढ़ में होने वाली प्रियंका गांधी की जन सभा को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता तैयारी में जुट गए हैं, जहां अंचल के सभी जिलों से कार्यकताओं को मेला मैदान में बुलाने की तैयारी भी की जा रही है।
राजगढ़ को बनाया केंद्र : भौगोलिक दृष्टिकोण और आदिवासी बहुल क्षेत्र होने के कारण मालवा और निमाड़ के 10 से अधिक जिले जिसमे धार, आलीराजपुर, झाबुआ, बड़वानी और खरगोन, बुहरानपुर, रतलाम, खंडवा, इंदौर, उज्जैन की विधानसभा संचालन केंद्र बनाया गया है। यहां होने वाली सभा मालवा निमाड़ के बड़े हिस्से को कवर करने की कोशिश होगी। कांग्रेस की ओर से आदिवासी वोट बैंक को साधने का प्रयास तेज़ है और इसकी जिम्मेदारी मुख्यरूप से मप्र में पार्टी के सबसे अनुभवी और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को दी गई है।
जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे कांग्रेस जमीनी स्तर पकड़ रही है। बैठकों के साथ-साथ हारी हुई सीटों पर ज्यादा मंथन कर रही है। इसको लेकर हर रोज कहीं ना कहीं बैठकों का दौर चल रहा है। अभी मालवा निमाड़ क्षेत्र में 66 विधानसभा सीट है जिसमे इंदौर संभाग की 37 विधानसभा सीट हैं। इनमें इंदौर जिले में 9 विधानसभा सीट धार जिले की 7 विधानसभा सीट, झाबुआ जिले की 3 विधानसभा सीट, अलीराजपुर जिले में 2 सीट, बड़वानी जिले की 4 सीट, खरगोन जिले की 6 सीट, खंडवा जिले की 4 सीट, बुरहानपुर जिले की 2 सीटें शामिल हैं। 2018 के चुनावों में इनमें से 35 सीटें कांग्रेस ने जीती थीं।