भाजपा ने जारी की पांचवी सूची, संगठन ने नहीं रखी महू के भाजपा नेताओं की बात मंत्री उषा ठाकुर को फिर टिकिट


भाजपा ने फिलहाल गुना और विदिशा की दो सीटों के नाम रोककर रखे हैं।


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राजनीति Published On :

मप्र में भारतीय जनता पार्टी की पांचवी सूची जारी कर दी गई है। इस सूची में 92 प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं। इनमें पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया का नाम भी शामिल है। जिन्हें पार्टी ने राहुल सिंह लोधी को कांग्रेस से तोड़कर लाने की कवायद में नाराज़ कर दिया था। इसके अलावा इंदौर से कई अलग निर्णय लिए गए हैं। इस सूची में एक नाम कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश का नहीं है जो पहले विधायक थे। अब इस सीट से गोलू शुक्ला को जगह दी गई है। जो इंदौर में एक नंबर विधानसभा से विजयवर्गीय के खिलाफ चुनाव लड़ रहे संजय शुक्ला के भाई हैं। वहीं इंदौर की महू सीट से फिर मंत्री उषा ठाकुर को टिकिट दिया गया है। जिनका स्थानीय नेताओं और लोगों ने खासा विरोध किया था। एक रोज पहले ही महू भाजपा के कई नेताओं ने यहां स्थानीय उम्मीदवार देने के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को ज्ञापन सौंपा था।

इस सूची में भाजपा ने 6 मंत्रियों को फिर टिकिट दिया है वहीं 2 मंत्रियों के टिकिट कटे हैं।  12 महिलाओं को मौका दिया है। इसके अलावा गुना और विदिशा की सीट पर प्रत्याशी की घोषणा अब तक नहीं की गई है। वहीं बड़वाह से कांग्रेस विधायक रहे सचिन बिड़ला को मौका मिला है वे हालही में भाजपा में फिर शामिल हुए थे। इससे पहले भी वे कांग्रेस से दूरी बनाकर भाजपा में दो बार शामिल हो चुके थे लेकिन पार्टी ने उन्हें हालही में फिर शामिल किया। जोबट में सुलोचना रावत की जगह उनके बेटे विशाल रावत को शामिल किया गया है।

महू से मंत्री उषा ठाकुर को जहां फिर टिकिट दिया गया है वहां से उनका विरोध हो रहा है। यह विरोध सीधा नहीं लेकिन स्थानीय उम्मीदवार की मांग को लेकर है। बीते तीन चुनावों में भाजपा ने यहां से अब तक कोई स्थानीय उम्मीदवार नहीं दिया है और तीनों बार यहां भाजपा को जीत मिली है। इसमें स्थानीय कार्यकर्ताओं का खासा योगदान रहा है लेकिन अब ये कार्यकर्ता अपने बीच से अपना नेता चुनना चाह रहे हैं। कुछ महीनों पहले केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल के राजनीतिक दौरे के समय यहां स्थानीय उम्मीदवार के लिए बोर्ड तक लग गए थे लेकिन आखिरकार ऐसा नहीं हुआ।

इसके अलावा धार जिले से भी नए उम्मीदवार की मांग उठ रही थी लेकिन इस बार भी वहां पूर्व केंद्रीय मंत्री विक्रम वर्मा की पत्नी और मौजूदा विधायक नीना वर्मा को ही टिकिट दिया गया है। वर्मा का कोई बहुत तीखा विरोध तो नहीं है लेकिन यहां स्थानीय नेताओं को उम्मीद थी कि इस बार नेतृत्व उन्हें उचित मौका देगा लेकिन यह नहीं हो सका।


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