लोकसभा चुनाव 2024 के बजे बिगुल के बाद दूसरे चरण की नामांकन का दौर भी शुरू हो गया है। प्रत्याशी गांव-गांव घर-घर पहुंचकर मतदाताओं से फिर वोट- समर्थन के लिए अपील कर रहे हैं लेकिन मैदान में चुनावी घमासान जैसा परिदृश्य नदारद है जैसा कि पिछले लोकसभा चुनावों तक देखने को मिला था।
भाजपा और कांग्रेस के बीच ही मध्य प्रदेश में हमेशा घमासान की स्थिति रही है पर अब परिदृश्य अलग है। मध्य प्रदेश में पहले चरण के लिए दाखिल हुए नामांकन में 113 प्रत्याशियों ने 153 नामांकन दाखिल किए । सीधी, शहडोल, जबलपुर , मंडला बालाघाट, छिंदवाड़ा की सीटों के लिए यह नामांकन रहे।
भाजपा मध्यप्रदेश में मिशन 29 को लेकर बहुत आश्वस्त है और अभियान के अनुरूप उसके प्रत्याशी मैदान में है जबकि कांग्रेस ने देर से ही सही 29 में से अब तक 26 सीटों के प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं लेकिन ग्वालियर ,मुरैना और एक अन्य सीट के लिए अब तक फैसला नहीं ले पाई। इसी दरम्यान रोजाना कोई ना कोई कांग्रेस नेता अपने फौज फटाके, समर्थकों के साथ भाजपा ज्वाइन कर फील गुड महसूस कर रहे हैं। लगातार कांग्रेस खेमे से भाजपा में पलट रहे नेताओं से मतदाता भी अचरज में है कि कांग्रेस अपना घर अब तक संभाल नहीं पाई है।
वर्षों से मलाई खाने वाले कई कांग्रेसी और दूसरे दलों के नेता ताबड़तोड़ भाजपा का दामन पकड़ रहे हैं जबकि भाजपा खेमे में आने के बाद आयातित नेताओं की पार्टी में दोयम दर्जे की स्थिति है कई वाकए और घटनाक्रम ऐसे हो चुके हैं। मसलन सागर के भाजपा नेता पूर्व गृहमंत्री एवं खुरई विधायक भूपेंद्र सिंह का अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को एक वाक्या सुनाना इस समय कांग्रेस नेताओं और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच रोचक किस्सा है। जिसमें भूपेंद्र सिंह मंच से बताते हैं कि कैसे अमित शाह ने किसी कार्यकर्ता के प्रश्न का जवाब दिया। कार्यकर्ता का सवाल था कि जितने कांग्रेस के नेता आ रहे हैं उनका क्या होगा ?
"पंद्रह साल में तुम्हें कुछ नहीं मिला तो उन्हें क्या मिलेगा!" @BJP4MP में शामिल हो रहे कांग्रेसियों को क्या मिलेगा इसके बारे में वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह ने एक दिलचस्प किस्सा सुनाया। उन्होंने यहां एक पार्टी कार्यकर्ता और गृह मंत्री अमित शाह में हुई बातचीत का हवाला दिया। pic.twitter.com/P8YPbcKrMG
— Deshgaon (@DeshgaonNews) March 27, 2024
उत्तर में सिंह बताते हैं कि अमित शाह कार्यकर्ता से पूछते हैं कि वह कितने साल से भाजपा से जुड़े हुए हैं। उत्तर मिलता है 15 साल से, तो अमित शाह का कार्यकर्ता से उलट सवाल रहता है इन 15 सालों में आपको क्या मिला ? कार्यकर्ता का जवाब रहता है कुछ नहीं । इस पर श्री शाह कहते हैं कि जब आपको 15 सालों में कुछ नहीं मिला तो 15 दिन पहले आने वाले कांग्रेस नेताओं को क्या मिलेगा।
बीजेपी ज्वाइन करने वाले कांग्रेसियों को लेकर जमकर हो रही बयानबाजी
पके बेरों की तरह टपक-टपक के आ रहे हैं कांग्रेसी- गोपाल भार्गव
गोपाल भार्गव का बयान
कांग्रेस के लोग शामिल हो रहे हैं
पकी बेरी की तरह हो रहा है
जब बेरी पकती है तो बेर टपकते हैं
पके बेरों की तरह टपक-टपक के आ रहे हैं pic.twitter.com/sXgn6TIPOR— Ramashankar sharma (@Ramashankarsh19) March 29, 2024
पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव का हालही का बयान भी सुर्खियों में है जिसमें वह कह रहे हैं कि कांग्रेस एक पके बेर के पेड़ की तरह है कि थोड़ा सा भी हिलाओ तो पके हुए बेर टपक जाते हैं। एक और भाजपा नेता का बयान जमकर वायरल हो रहा है। वह हैं पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं मध्य प्रदेश के पंचायत ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल, जिनका बयान है कि मोदी ज़ी ने तीन डिस्टबिन रखी है जिसमें गीला कचरा, सूखा कचरा और मेडिकल बेस्ट है। अभी मेडिकल वेस्ट बचा हुआ है। उनका इशारा कांग्रेस से आने वाली नेताओं व कार्यकर्ताओं को लेकर रहा होगा।
कांग्रेस से भाजपा में आने वाले सूखा कचरा और गीला कचरा है। मेडिकल बेस्ट वाला कचरा बचा है। – प्रहलाद पटेल, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री.#लोकसभा_चुनाव_2024 #LokSabhaElection2024 #LokasabhaElection2024 pic.twitter.com/UCGJyYUZAQ
— sheikh arib (@sheikharib) March 29, 2024
भाजपा नेताओं की ऐसी बयानों के बावजूद कांग्रेसियों के भाजपा में आने का सिलसिला थम नहीं रहा है। यद्यपि प्रहलाद पटेल के इस बयान पर तंज कसते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया सलाहकार केके मिश्रा सोशल मीडिया पर लिखते हैं कि आखिर आपने यह स्वीकार कर ही लिया कि कांग्रेस के स्वार्थी दल बदलू कचरा है और भाजपा डस्टबिन।
कांग्रेसियों की भीड़ से भाजपाई भी होने लगे असहज
पार्टी में लगभग रोजाना आ रही कांग्रेस की पलटन से अकेले कार्यकर्ता नहीं बल्कि भाजपा के कई बड़े नेता भी असहज महसूस करने लगे हैं। गाडरवारा के एक पूर्व विधायक खुलकर कहते हैं कि उनकी पार्टी कांग्रेस से डरी हुई है शायद इसलिए कांग्रेस नेताओं के घर पर जाकर पार्टी उन्हें दुपट्टा ओढ़ा रही है। वह छिंदवाड़ा में पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना का हवाला देते हैं । ज़िला सहकारी समिति के पूर्व अध्यक्ष नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर कहते हैं कि इतना खौफ पहले कभी नहीं देखा। भाजपा नेताओं का तो यह भी कहना है कि इन कांग्रेस नेताओं, कार्यकर्ताओं के आने से भाजपा को मिलने वाले वोटो पर कितना इजाफा होगा यह समय पर देखने की बात होगी।