टूट गई बाला साहेब की शिवसेना, एक बार फिर बढ़ी बाग़ियों की संख्या, 9 सांसद भी तैयारी में


उद्धव ठाकरे की सरकार का गिरना तय, तीन और विधायक पहुंचे बागी खे़ेमे में, सांसदों में भी असंतोष की ख़बर


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राजनीति Updated On :

भोपाल। महाराष्ट्र का राजनीतिक संकट फिलहाल थमता हुआ नजर नहीं आ रहा है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की शिवसेना में दो फाड़ हो चुके हैं। बागी मंत्री एकनाथ शिंदे का दावा है कि उनके पास 40 से अधिक विधायक हैं। गुरुवार सुबह तीन और विधायक गुवाहाटी के होटल में इन बागियों के साथ मिल गए। इसके अलावा अब कुछ सांसद भी उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ सकते हैं। इनकी संख्या 9 के आसपास बताई जा रही है।  शिवसेना के पास 20 सांसद हैं। इस तरह उद्धव ठाकरे और उनकी शिवसेना अपने अस्तित्व को बचाए रखने के सबसे बड़े संकट का सामना कर रही है।

इससे पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे राज्य को संबोधित किया। उन्होंने इस दौरान साफ़ कहा कि उन्हें सत्ता से कोई मोह नहीं है और वे कभी भी इसे छोड़ने को तैयार हैं लेकिन कोई एक नाराज शिवसैनिक उनसे आकर इस बारे में बात तो करे। इसके कुछ ही देर बाद ठाकरे ने मुख्यमंत्री का आधिकारिक बंगला वर्षा छोड़ दिया और अपने पारिवारिक आवास मातोश्री आ गए। इस दौरान हज़ारों की संख्या में शिवसैनिक उनके रास्ते में थे और उन्होंने कार से उतरकर सभी का अभिनंदन किया।

इससे पहले, 34 बागी विधायकों ने एकनाथ शिंदे को अपना नेता चुन लिया और इसकी जानकारी राज्यपाल तक भिजवा दी है। इस तरह अब शिवसेना में ठाकरे परिवार का साथ देने वालों से ज्यादा विधायक हैं जो एकनाथ शिंदे का साथ दे रहे हैं। ऐसे में शिंदे ने एक तरह से शिवसेना पर अपना कब्जा करने की कोशिश की है।

महा विकास अघाड़ी सरकार के लिए एक बिगड़ते राजनीतिक संकट के बीच, महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक भी बुधवार को हुई। जहां मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कोविड -19 संक्रमित होने के कारण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए। बैठक के दौरान कैबिनेट के एजेंडे पर चर्चा हुई लेकिन राज्य में राजनीतिक संकट को  लेकर कोई बात नहीं की गई।

इस बीच, उस्मानाबाद से शिवसेना के विधायक (विधायक) कैलास पाटिल ने आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंदे के लोगों ने उन्हें धोखा दिया और उन्हें कार में गुजरात ले जाने की कोशिश की।

शिवसेना के एक अन्य विधायक नितिन देशमुख ने भी ऐसा ही आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि  उनका “अपहरण” किया गया और उन्हें गुजरात के सूरत ले जाया गया, जहां से वह भाग गए। “सौ से अधिक पुलिस वाले आए और मुझे अस्पताल ले गए। उन्होंने दिखावा किया कि मुझे दिल का दौरा पड़ा है।

 


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