भोपाल। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत ने भर्ती परीक्षाओं का शुल्क माफ करने का ऐलान किया है। इसके बाद मध्यप्रदेश में भी युवा बेरोजगार इसी तरह की मांग कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस पार्टी ने भी अब यही कदम उठाने का मन बना लिया है। इसके बारे में शनिवार को कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस बात की घोषणा की।

मध्य प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने शनिवार को बयान जारी कर कहा, ” मध्य प्रदेश के युवा साथियों… कल राजस्थान का बजट आया है जिसमें ये निर्णय लिया गया है कि राज्य सरकार द्वारा जो रजिस्ट्रेशन शुल्क लिया जाता है उसका वहन राज्य सरकार करेगी। हमने लगातार मध्य प्रदेश में ये मांग की है। सीएम शिवराज सिंह चौहान से लिखित में मांग की, विधानसभा में मांग की, पत्र व्यवहार से मांग की। जब भी आमना सामना हुआ तब भी युवाओं की मांग को बार बार उठाया।”

 

पटवारी ने आगे कहा, ” साथियों मध्य प्रदेश सरकार के पास 500 करोड़ यानी 5 अरब की एफडी है जो आपके पैसों की है। यह उसी व्यापम के पास है जिसने कई बार पेपर लीक किए, कई बार एग्जाम में धांधली की, अपने लोगों को नियुक्तियां दी और योग्य लोगों का गला घोंटा। व्यापम ने मध्य प्रदेश को कलंकित किया है। उसी व्यापम के पास पांच अरब से ज्यादा की एफडी है।”

पटवारी ने सीएम चौहान से मांग करते हुए कहा कि जिस तरह राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने शुल्क न लेने का ऐलान किया है, आप भी निर्णय लें। गरीबों से परीक्षा शुल्क लेना अन्याय है। पटवारी ने मध्य प्रदेश के युवाओं से वादा किया कि, ” राज्य में जैसे ही कांग्रेस की सरकार बनेगी हम बेरोजगार युवाओं से एक पैसा भी परीक्षा शुल्क नहीं लेंगे। इसके लिए जरूरी है कि शिवराज सिंह चौहान के कुशासन से मध्य प्रदेश को निजात दिलाई जाए। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाना है, ताकि युवाओं के उज्ज्वल भविष्य को आत्मसात किया जाए।”