किसान आंदोलन पर कंगना के बयान से भाजपा ने किया किनारा; कहा, कंगना को हमारी ओर से बोलने का हक़ नहीं

भाजपा ने कंगना रनौत के किसान आंदोलन पर दिए गए विवादास्पद बयान से खुद को अलग करते हुए साफ कर दिया है कि उनके विचार पार्टी की आधिकारिक राय नहीं हैं। पार्टी ने कंगना को भविष्य में इस तरह के बयानों से बचने की सलाह दी है और कहा है कि उन्हें पार्टी की नीतियों पर बयान देने का अधिकार नहीं है। कंगना के बयान के बाद उत्पन्न विवाद पर सफाई देते हुए भाजपा ने अपने 'सबका साथ, सबका विकास' के सिद्धांतों पर जोर दिया है।

भाजपा ने सोमवार को किसान आंदोलन के संदर्भ में कंगना रनौत द्वारा दिए गए बयानों पर खुलकर असहमति जताई है। पार्टी ने यह स्पष्ट किया है कि मंडी से लोकसभा सांसद कंगना रनौत को भविष्य में इस तरह के बयान देने से सख्त परहेज करने के निर्देश दिए गए हैं। भाजपा ने एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा, “किसान आंदोलन के संदर्भ में भाजपा सांसद कंगना रनौत द्वारा दिया गया बयान पार्टी का आधिकारिक मत नहीं है। भारतीय जनता पार्टी कंगना रनौत के इस बयान से पूरी तरह असहमति जताती है।”

 

इस बयान में पार्टी ने यह भी साफ किया कि कंगना रनौत को पार्टी की नीतियों या किसी भी महत्वपूर्ण मुद्दे पर बयान देने की न तो अनुमति दी गई है और न ही उन्हें इसके लिए अधिकृत किया गया है। पार्टी ने कहा कि कंगना के बयान को पार्टी के विचारों के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए और यह उनके व्यक्तिगत विचार हैं, जो पार्टी के मूल सिद्धांतों और नीतियों का प्रतिनिधित्व नहीं करते।

 

भाजपा की यह सफाई उस समय आई है जब कंगना रनौत ने किसान आंदोलन के दौरान एक विवादास्पद बयान दिया था। उन्होंने अपने बयान में कहा था कि “किसान आंदोलन के नाम पर भारत में ‘बांग्लादेश जैसी अराजकता’ फैल सकती थी।” यह बयान उन्होंने अपनी आने वाली फिल्म ‘इमरजेंसी’ के प्रमोशन के दौरान दिया था। कंगना ने यह भी आरोप लगाया था कि “बाहरी ताकतें हमें भीतर से कमजोर करने की योजना बना रही हैं, और अगर हमारे नेतृत्व में दूरदर्शिता नहीं होती, तो वे इस योजना में सफल हो जातीं।”

 

भाजपा ने अपने बयान में जोर देकर कहा कि पार्टी ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के सिद्धांतों का पालन करने और देश में सामाजिक सद्भाव को बनाए रखने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। पार्टी ने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी का हमेशा से यह प्रयास रहा है कि देश के हर वर्ग का विकास हो और हर किसी को समान अवसर मिले।

 

इसके साथ ही, भाजपा ने यह भी रेखांकित किया कि पार्टी के नेता और कार्यकर्ता समाज में एकता और शांति को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। पार्टी का मानना है कि सामाजिक समरसता बनाए रखने के लिए जिम्मेदार बयानबाजी आवश्यक है, और इसी उद्देश्य से कंगना रनौत को निर्देश दिए गए हैं कि वे ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर बयान देने से बचें, जिससे समाज में किसी प्रकार का विभाजन या अस्थिरता पैदा हो।

 

इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा अपने नेताओं और सहयोगियों से इस तरह की गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी को स्वीकार नहीं करेगी, जिससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचे या समाज में तनाव पैदा हो।

First Published on: August 26, 2024 8:14 PM