धार। मध्यप्रदेश में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है और इसके पहले भाजपा व कांग्रेस दोनों ही पार्टियां अपनी-अपनी जमीन मजबूत करने में जुट गई हैं। खासतौर पर कांग्रेस का फोकस उन सीटों पर है, जहां से वे विधायक चुनकर आए हैं, जिनकी वजह से कांग्रेस की सरकार गिरी है।
इसी कड़ी में बदनावर में गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने जनसभा ली। जनसभा से पहले उन्होंने मंडल और बूथ पदाधिकारियों की बैठक ली और फिर उन्होंने मीडिया से भी चर्चा कर विभिन्न बिंदुओं पर बात रखी।
बदनावर के अनाज मंडी मैदान में जनसभा के दौरान पीसीसी अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को भूमिपूजन और भाषण मंत्री बताया।
कमलनाथ ने कहा कि
ये शिवराज जी को हमारा भटकता हुआ नौजवान नहीं दिखता, हमारा किसान नहीं दिखता है। वे सुन नहीं सकते हमारी माताओं और बहनों की आवाज, उनका सिर्फ मुंह चलता है। यह सब आपके सामने है कि किस तरह पंचायती राज आज चौपट है। लूट की कोई सीमा नहीं है, पैसे दो और काम लो की नीति पर सरकार काम कर रही है। मैं पूछता हूं शिवराज सरकार ने दिया क्या, इन्होंने बेरोजगारी दी, भ्रष्टाचार दिया, भर्ती घोटाला दिया। माफिया राज दिया और घर-घर में शराब दी। यह तस्वीर आप सबके सामने है।
सरकार आने पर मिलेगी आधी कीमत पर 200 यूनिट बिजली –
पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि आगामी समय में विधानसभा चुनाव होना है और अगर कांग्रेस की सरकार बनती है तो 100 यूनिट बिजली माफ और 200 यूनिट भी हाफ रहेगी। साथ ही उन्होंने माता-बहनों को 1 हजार 500 रुपये हर महीने देने और गैस सिलेंडर 500 रुपये में देने की बात भी कही।
उन्होंने भाषण के दौरान शिवराज सिंह सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि मध्यप्रदेश को भाजपा ने पूरी तरह से चौपट कर दिया है। पूरे प्रदेश का सत्यानाश हो गया है। कोई भी बड़ा उद्योगपति यहां आकर उद्योग नहीं लगाना चाहता। उन्होंने शिवराज सिंह चौहान को घोषणा वीर बताते हुए कहा कि शिवराज जी भाषण की मशीन हैं, ये मुख्यमंत्री नहीं है, यह भूमि मंत्री हैं।
चुनाव से पहले कांग्रेस की एक और लोक लुभावन घोषणा, 100 यूनिट बिजली माफ़ 200 यूनिट बिजली हाफ।@OfficeOfKNath #MadhyaPradesh pic.twitter.com/izKjUEFQPu
— Deshgaon (@DeshgaonNews) May 18, 2023
प्रदेश में व्यवस्थाएं चौपट –
सभा से पूर्व पत्रकारों से चर्चा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा मध्यप्रदेश का नौजवान आज रोजगार के लिए भटक रहा है और प्रदेश का अन्नदाता खाद बीज और फसलों के उचित मूल्य के लिए भटक रहा है।
प्रदेश में चौपट राज चल रहा है। चौपट रोजगार, चौपट भर्ती व्यवस्था, चौपट शिक्षा व्यवस्था, चौपट स्वास्थ्य व्यवस्था, चौपट नर्सिंग कॉलेज, उद्योग चौपट हैं। प्रदेश में आज हर क्षेत्र में व्यवस्थाएं चौपट हैं।
पीथमपुर की हालत खराब –
उन्होंने कहा हमें गर्व है कि पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र कांग्रेस की सरकार ने बनाया था, परंतु आज पीथमपुर की हालत देखकर बेहद दुख होता है। भाजपा सरकार ने गलत नीतियों से औद्योगिक क्षेत्रों का सत्यानाश किया हुआ है।
पूरे मध्यप्रदेश से मांग उठ रही है, इस बार विधानसभा चुनाव में स्थानीय उम्मीदवार दिया जाए जिससे मैं काफी हद तक सहमत भी हूं, हमारा स्थानीय संगठन इसमें अहम भूमिका निभाएगा।
धर्म हमारी आस्था है –
पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि धर्म हमारी आस्था है और हम धर्म का राजनीतिक दुरुपयोग नहीं करते। मैं स्वयं पंडित प्रदीप मिश्रा के कार्यक्रम में इंदौर गया था। बागेश्वर महाराज से मिलने छतरपुर गया, लेकिन वह हमारे लिए राजनीतिक विषय नहीं हैं, धर्म को स्वार्थ के लिए राजनीतिक मंच पर लाने का कार्य भाजपा करती है।
उन्होंने यह भी कहा कि मुझे ईडी और सीबीआई से कतई डर नहीं लगता क्योंकि मेरा रास्ता सच्चाई का रास्ता है। 44 साल के मेरे राजनीतिक जीवन पर कोई उंगली नहीं उठा सकता, 44 साल मुझे मेरे क्षेत्र की जनता ने वोट दिया है। कोई सांसद नहीं है देश में जो इतने चुनाव जीता हो जितने मैं जीता हूं।
प्रदेश में भ्रष्टाचार की व्यवस्था –
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि कर्नाटक में तो 40 प्रतिशत कमीशन हुआ करता था, लेकिन जनता ने भ्रष्टाचार को नकारा है। मध्यप्रदेश की जनता जानती है कि यहां पर भ्रष्टाचार की व्यवस्था बनी हुई है। पंचायत से लेकर मंत्रालय तक भ्रष्टाचार की व्यवस्था है।
सोशल मीडिया पर खड़ा हुआ नया विवाद –
पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ के बदनावर दौरे के बीच एक नया विवाद भी देखने को मिला है। बदनावर पहुंचे कमलनाथ का काफिला जब अनाज मंडी पहुंच रहा था, तब रास्ते में काफिला प्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ मंदिर के सामने से गुजरा, लेकिन पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ के कार्यक्रम में बाबा बैद्यनाथ मंदिर के दर्शन को शामिल नहीं किया गया।
इस बात ने सोशल मीडिया पर तूल पकड़ लिया। लोग मंदिर के सामने से गुजर रहे काफिले के वीडियो के साथ कमेंट करने लगे। साथ ही लोगों में नाराजगी भी देखने को मिली, जो कमेंट के रूप में सोशल मीडिया पर वायरल होती रही।