भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गुरुवार को प्रदेश की शिवराज सरकार से मांग की है कि महाकाल लोक में सप्तऋषियों की मूर्तियां गिरने के मामले की जांच हाईकोर्ट के जज से कराई जाए।
कमलनाथ ने कहा कि भगवान महाकाल हिंदुओं की आस्था का केंद्र हैं। महाकाल लोक में सप्तऋषि की मूर्तियां जिस तरह गिरीं और अब अन्य देव मूर्तियों को नुकसान पहुंचने की बात सामने आ रही है, उससे साफ घोटाला नजर आ रहा है इसलिए इसकी जांच हाईकोर्ट के जज से कराई जाए।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस पूरे मामले में शिवराज सरकार का रवैया लीपापोती करने वाला नजर आ रहा है और उनके मंत्री बिना जांच के ही क्लीनचिट दे रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच कराने की बजाय सरकार के मंत्री बिना जांच के ही स्वयं को क्लीनचिट दे रहे हैं।
भगवान महाकाल समस्त हिंदू समाज की आस्था का केंद्र हैं। जिस तरह से महाकाल लोक में सप्त ऋषि की मूर्तियां गिरी और अब अन्य देव प्रतिमाओं को नुकसान पहुंचने के समाचार भी सामने आ रहे हैं, वैसे में शिवराज सरकार का रवैया पूरी तरह मामले की लीपापोती करने का नजर आ रहा है।
मामले की स्वतंत्र और…— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) June 1, 2023
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पहले ही अपना पक्ष स्पष्ट कर चुकी है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हाईकोर्ट के जज से कराई जाए ताकि वस्तुस्थिति सामने आ सके।
कमलनाथ ने कहा कि अगर सरकार यह मांग स्वीकार नहीं करती तो जनता में स्पष्ट संदेश जाएगा कि शिवराज सरकार की मानसिकता हिंदुओं की आस्था पर चोट करने और घोटालेबाजों को संरक्षण देने की है।