पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने आज भोपाल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्य में कानून व्यवस्था और महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए। उज्जैन और छतरपुर की घटनाओं का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा, “यह तो सिर्फ़ उज्जैन की एक घटना है, लेकिन पूरे मध्य प्रदेश में महिलाओं से जुड़े मामले लगातार सामने आ रहे हैं। राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो चुकी है, और जनता इस बात की गवाह है।”
कमलनाथ ने आरोप लगाया कि प्रदेशभर में अपराधों की बाढ़ आ गई है, खासकर लूट और रेप के मामलों में। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि डॉ मोहन यादव के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार इन घटनाओं पर नियंत्रण करने में असफल रही है।
वीडी शर्मा पर पलटवार
कमलनाथ ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। वीडी शर्मा ने उज्जैन की घटना पर कांग्रेस नेता जीतू पटवारी पर निशाना साधते हुए कहा था कि “कांग्रेस के पास कोई काम नहीं, वे नए-नए मामले खोजकर लाते हैं।” इस पर कमलनाथ ने कहा, “वीडी शर्मा कुछ भी कहते रहें, इससे क्या होता है? जनता ही इन मामलों की गवाह है।”
हरियाणा में कांग्रेस-आप गठबंधन पर कमलनाथ का रुख
हरियाणा में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन को लेकर पूछे गए सवाल पर कमलनाथ ने कहा, “मैं जहाँ भी रहूँ, दिल्ली हो या भोपाल या हरियाणा, मेरी प्राथमिकता पार्टी का काम करना है। मैं हमेशा एक सक्रिय कार्यकर्ता की तरह काम करता रहूँगा।”
कांग्रेस कार्यकारिणी और नाराज़ नेताओं पर बयान
कांग्रेस की कार्यकारिणी के गठन को लेकर कमलनाथ ने कहा कि यह प्रक्रिया जारी है और इसे बनाना आसान काम नहीं है। उन्होंने पार्टी के नाराज़ नेताओं को लेकर कहा, “अगर कोई नेता टिकट या किसी अन्य मुद्दे को लेकर नाराज़ है, तो उसे मनाना हमारा काम है।”
कमलनाथ के इन बयानों से साफ़ ज़ाहिर है कि आगामी चुनावों को लेकर वे पूरी तरह से सक्रिय हैं और पार्टी के भीतर व बाहर दोनों ही मोर्चों पर अपनी ज़िम्मेदारी निभा रहे हैं।