भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेसी नेताओं के बयानों को उनकी हताशा बताया है। चौहान ने कहा कि कांग्रेसियों के बयान दरअसल उन्हें सामने नजर आ रही हार का नतीजा हैं लेकिन इसमें भी अधिकारियों को धमकी देना गलत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुरैना में शनिवार को जो विरोध प्रदर्शन हुआ और जिस तरह से अधिकारियों को धमकाया जा रहा है वह सही नहीं है। उन्होंने भी साल 2018 में परायज स्वीकार की थी लेकिन यह तरीका जो कांग्रेस अपना रही है वह ठीक नहीं है।
कांग्रेस हताश व बौखलाई हुई है। उनकी बौखलाहट उनके बयानों में प्रकट हो रही है। मुरैना में कल सड़कों पर प्रदर्शन किया गया।
कमलनाथ जी स्वयं अधिकारियों को देख लेने की धमकी दे रहे हैं। लोकतंत्र में हार-जीत होती रहती है। हार को देखते हुए कांग्रेस का अमर्यादित व्यवहार उचित नहीं है। pic.twitter.com/IdzPnvt6wc
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 8, 2020
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ लगातार भाजपा और प्रशासनिक अधिकारियों पर सवाल उठाते रहे हैं। मतदान के दिन मुरैना जिले में हुई हिंसा के बाद कांग्रेस ने वहां पुनर्मतदान करने की मांग की है और इसे लेकर कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा है।
इसके अलावा भी प्रदेश में हो रहे घटनाक्रम बदलती राजनीति की ओर इशारा कर रहे हैं। दस नवंबर को जहां चुनावों के नतीजे आने हैं लेकिन इससे पहले ही रविवार को कांग्रेस के नजदीकी कंप्यूटर बाबा के ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई कर दी गई तो वहीं विधायक पटवारी के भाईयों पर अवैध खनन के मामले में पांच करोड़ का जुर्माना लगा दिया गया है।