कर्नाटक से उत्साहित कांग्रेस का मध्यप्रदेश में वचन-पत्र पर फोकसः महिलाओं, किसानों, बेरोजगारों और कर्मचारियों का रखेंगे खास ध्यान


किसानों को कर्ज माफी, आम लोगों को सस्ती बिजली, महिलाओं को 1500 रुपये प्रति माह और संविदा नियमितिकरण के वादे हैं अहम.


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राजनीति Updated On :

भोपाल। कर्नाटका चुनावों के लेकर कांग्रेस उत्साहित है। इस उत्साह का असर उन राज्यों पर है जहां आने वाले महीनों में चुनाव होने वाले हैं। मप्र, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में सबसे अहम मप्र है जहां बीते चुनावों में जीत तो कांग्रेस को मिली थी लेकिन एक साल बाद ही यहां भाजपा के सर्मथन में कांग्रेसी विधायक टूटे और कमलनाथ की सरकार गिर गई। अब कांग्रेस अपनी तैयारियों में फिर जुट गई है और सबसे ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है वचन पत्र पर। इस बार वचन पत्र में पिछली बार सफल हुए वादे तो शामिल किए ही जा रहे हैं वहीं जनता से कुछ नए वादे भी करने की तैयारी है।

चुनावों से पहले जनता से कांग्रेस जो वादे कर रही है उन्हें पिछली बार की तरह इस बार भी वचन पत्र के रुप में पेश किया जाएगा। इसे लेकर अब एक बार फिर कांग्रेस पुरजोश तरीके से चुनावों की तैयारियों में लगी हुई है। इस दौरान बैठक में नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह, सुरेश पचौरी, वचन पत्र समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह, सज्जन वर्मा, मुकेश नायक आदि कई सीनियर नेता मौजूद रहे।

बताया जाता है कि कमलनाथ ने जीत का लक्ष्य रखकर ही सारी रणनीति बनाई है। इनमें सबसे ज्यादा जोर दिया जा रहा है कि वचन पत्र पर, वचन पत्र जिसकी चर्चा पिछले चुनावों में सबसे ज्यादा रही थी। उस समय कांग्रेस ने अपने वचन पत्र के अनुसार ही लोगों से किए गए वादों पर अमल करना शुरु किया था। इनमें सबसे बड़ा वादा किसान कर्ज़ माफी का था जो काफी लोकप्रिय हुआ था। सरकार ने सस्ती बिजली भी दी थी जिसे आम लोगों ने काफी सराहा। जमीनी स्तर पर लिए गए फीड बैक के आधार पर अब यही वादे लागू किए जा रहे हैं।

इनके अलावा कुछ अन्य वादें भी लगू किए जा सकते हैं इनके बारे में कांग्रेस के नेता पहले ही कह चुके हैं इनमें पुरानी पेंशन लागू करना और संविदा कर्मचारियों को नियमित करना शामिल है। वहीं कांग्रेस का सबसे बड़ा वादा नारी सम्मान योजना के रूप में है जिसमें राज्य की सभी महिलाओं को प्रतिमाह 1500 रुपये महीने देने की बात कही जा रही है।

 

कांग्रेस को इस बार सबसे ज्यादा मदद प्रदेश के बेरोजगारों से मिल सकती है जिनकी संख्या तीस लाख के पार पहुंच चुकी है और राज्य सरकार की मौजूदा व्यवस्था से काफी परेशान हैं। इसके अलावा लगातार महंगी हो रही बिजली भी आम लोगों को परेशान कर रही है।

कांग्रेस ने सरकारी कर्मचारी मतदाताओं को ध्यान में रखते हुए भी दो बड़े वादे किये हैैं इनमें पहला तो पुरानी पेंशन बहाली का है और दूसरा संविदा कर्मचारियों के निमयितिकरण  है। प्रदेश में करीब पांच लाख सरकारी कर्मचारी हैं और करीब डेढ़ लाख संविदा कर्मचारी हैं।


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