भोपाल। कर्नाटका चुनावों के लेकर कांग्रेस उत्साहित है। इस उत्साह का असर उन राज्यों पर है जहां आने वाले महीनों में चुनाव होने वाले हैं। मप्र, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में सबसे अहम मप्र है जहां बीते चुनावों में जीत तो कांग्रेस को मिली थी लेकिन एक साल बाद ही यहां भाजपा के सर्मथन में कांग्रेसी विधायक टूटे और कमलनाथ की सरकार गिर गई। अब कांग्रेस अपनी तैयारियों में फिर जुट गई है और सबसे ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है वचन पत्र पर। इस बार वचन पत्र में पिछली बार सफल हुए वादे तो शामिल किए ही जा रहे हैं वहीं जनता से कुछ नए वादे भी करने की तैयारी है।
चुनावों से पहले जनता से कांग्रेस जो वादे कर रही है उन्हें पिछली बार की तरह इस बार भी वचन पत्र के रुप में पेश किया जाएगा। इसे लेकर अब एक बार फिर कांग्रेस पुरजोश तरीके से चुनावों की तैयारियों में लगी हुई है। इस दौरान बैठक में नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह, सुरेश पचौरी, वचन पत्र समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह, सज्जन वर्मा, मुकेश नायक आदि कई सीनियर नेता मौजूद रहे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ जी के निवास पर वचन पत्र समिति की महत्वपूर्ण बैठक जारी।
"जय कांग्रेस, विजय कांग्रेस" pic.twitter.com/DCxaUuem6W
— MP Congress (@INCMP) May 14, 2023
बताया जाता है कि कमलनाथ ने जीत का लक्ष्य रखकर ही सारी रणनीति बनाई है। इनमें सबसे ज्यादा जोर दिया जा रहा है कि वचन पत्र पर, वचन पत्र जिसकी चर्चा पिछले चुनावों में सबसे ज्यादा रही थी। उस समय कांग्रेस ने अपने वचन पत्र के अनुसार ही लोगों से किए गए वादों पर अमल करना शुरु किया था। इनमें सबसे बड़ा वादा किसान कर्ज़ माफी का था जो काफी लोकप्रिय हुआ था। सरकार ने सस्ती बिजली भी दी थी जिसे आम लोगों ने काफी सराहा। जमीनी स्तर पर लिए गए फीड बैक के आधार पर अब यही वादे लागू किए जा रहे हैं।
इनके अलावा कुछ अन्य वादें भी लगू किए जा सकते हैं इनके बारे में कांग्रेस के नेता पहले ही कह चुके हैं इनमें पुरानी पेंशन लागू करना और संविदा कर्मचारियों को नियमित करना शामिल है। वहीं कांग्रेस का सबसे बड़ा वादा नारी सम्मान योजना के रूप में है जिसमें राज्य की सभी महिलाओं को प्रतिमाह 1500 रुपये महीने देने की बात कही जा रही है।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही संविदाकर्मियों को नियमित किया जाएगा।
― कमलनाथ pic.twitter.com/fLXT285mlY
— MP Congress (@INCMP) December 29, 2022
कांग्रेस को इस बार सबसे ज्यादा मदद प्रदेश के बेरोजगारों से मिल सकती है जिनकी संख्या तीस लाख के पार पहुंच चुकी है और राज्य सरकार की मौजूदा व्यवस्था से काफी परेशान हैं। इसके अलावा लगातार महंगी हो रही बिजली भी आम लोगों को परेशान कर रही है।
बीजेपी सरकार ने विधानसभा में कहा कि पुरानी पेंशन नहीं देंगे। मैं स्पष्ट करता हूँ कांग्रेस पुरानी पेंशन देगी: कमलनाथ pic.twitter.com/NLM3Da6ki5
— Piyush Babele||पीयूष बबेले (@BabelePiyush) March 15, 2023
कांग्रेस ने सरकारी कर्मचारी मतदाताओं को ध्यान में रखते हुए भी दो बड़े वादे किये हैैं इनमें पहला तो पुरानी पेंशन बहाली का है और दूसरा संविदा कर्मचारियों के निमयितिकरण है। प्रदेश में करीब पांच लाख सरकारी कर्मचारी हैं और करीब डेढ़ लाख संविदा कर्मचारी हैं।