भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने को हैं। कांग्रेस इस बार मजबूत विपक्ष की तरह चुनाव में उतर रही है। कमलनाथ के नेतृत्व में पार्टी आक्रामक दिखाई दे रही है। वे लगातार सक्रिय हैं और भाजपा के नेताओं के लिए लगातार चुनौती बने हुए हैं। प्रदेश में पार्टी की लाइन तय करने वाले कमलनाथ के बयान भी चर्चाओं में रहते हैं और इस बार उन्होंने दावा किया है कि भाजपा के कई बड़े नेता उनके संपर्क में हैं और उनके साथ आना चाहते हैं।
पिछले दिनों खरगोन-बड़वानी के पूर्व भाजपा सांसद माकन सिह सोलंकी ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। इसे लेकर पूछे गए एक सवाल में पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि मुझे आज सुबह BJP के कई नेता मिले हैं। उन्होंने कहा कि विधायकों की कोई क़ीमत नहीं है जबकि वो जमीन के नज़दीक है, जो लोगों के नज़दीक है। कमलनाथ ने कहा कि मैं ये हमेशा कहता हूँ। कई लोग हमें कह रहे हैं। हमें तारीख़ बताइये, हमें कांग्रेस में शामिल कीजिए। हम यहीं पर शामिल PCC में करेंगे।
कमलनाथ ने कहा कि मैं आज सुबह से विभिन्न समाजों के सैकड़ों लोगों से मिल चुका हूं, आज भारतीय जनता पार्टी के भी कई नेता मुझसे मिलने आए, परंतु मैंने स्पष्ट कर दिया कि मैं किसी से एकांत में या गुप्त रूप से नहीं मिलूंगा, सभी से खुले तौर पर सबके सामने मुलाकात करूंगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर जिले से भारतीय जनता पार्टी के लोग हमारे संपर्क में हैं परंतु हमारा फोकस जमीन से जुड़े हुए और लोगों से जुड़े हुए जनाधार वाले नेताओं पर है, जनता से जुड़े हुए नेता कभी छुपकर नहीं मिला करते वह खुले तौर पर मुलाकात करना चाहते हैं। आज हर प्रकार के सर्वे में भारतीय जनता पार्टी और उसके विधायकों का बुरा हाल है।
ज़ाहिर है कि कमलनाथ बेहद आक्रमक होकर चुनाव लड़ना चाहते हैं। कांग्रेसियों के मुताबिक कमलनाथ के लिए यह चुनाव उनकी प्रतिष्ठा का चुनाव है क्योंकि पिछले बार उनकी सरकार जिस तरीके से गिराई गई थी वे उसका बदला लेंगे। ऐसे में भाजपा विधायकों को लेकर उनका यह बयान कुछ परेशान कर सकता है। हालांकि भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि कमलनाथ की कुर्सा जाने का दर्द नहीं जा रहा है। उपचुनाव में उन्हें जनता से आईना दिखा दिया है। अब वे अपना घर संभाल नहीं पा रहे हैं ऐसे में भाजपा की चिंता न करिए।