इंदौर। अग्निवीर योजना में सबसे बड़ा सवाल उठ रहा है कि नौकरी के चार साल पूरे होने के बाद अग्निवीर क्या करेंगे। इसे लेकर भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर में एक बयान दिया है जिसके बाद हंगामा मचा हुआ है। दरअसल विजयवर्गीय ने कहा है कि अग्निवीरों का आसानी से काम मिलेगा। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि मुझे इस बीजेपी ऑफिस में सुरक्षा का इंतज़ाम करना है तो मैं अग्निवीरों को प्राथमिकता दूंगा। इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर कैलाश का यह बयान छाया हुआ है। लोग उन पर देश के सैनिकों को राजनीतिक पार्टियों के दफ्तरों की चौकीदारी का काम करने का न्यौता देने की बात कह रहे हैं।
इसके बाद कैलाश विजयवर्गीय ने अपनी सफाई दी है और ठीकरा टूल किट गैंग पर फोड़ने की बात कही। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि टूल किट गैंग ने उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है। कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान पर भाजपा से नाराज़ रहने वाले उनके ही सांसद वरुण गांधी ने कड़ी आपत्ति जताई है। यहां जानिये दोनों नेताओं के विचार।
जिस महान सेना की वीर गाथाएँ कह सकने में समूचा शब्दकोश असमर्थ हो, जिनके पराक्रम का डंका समस्त विश्व में गुंजायमान हो, उस भारतीय सैनिक को किसी राजनीतिक दफ़्तर की ‘चौकीदारी’ करने का न्यौता, उसे देने वाले को ही मुबारक।
भारतीय सेना माँ भारती की सेवा का माध्यम है, महज एक ‘नौकरी’ नहीं। pic.twitter.com/Ehq0rwx0zV
— Varun Gandhi (@varungandhi80) June 19, 2022
इसके बाद बहस चल पड़ी है कि क्या अग्निवीरों की भर्ती और उनके रिटायरमेंट के बाद देश में इसी तरह की व्यवस्था होगी और क्या उन्हें सुरक्षा गार्ड के रुप में ही नौकरी करनी होगी। इसे लेकर सोशल मीडिया का माहौल गर्म है। विजयवर्गीय के इस बयान के बाद लोग उन्हें आड़े हाथों ले रहे हैं।
बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय का बयान बेहद ही निंदनीय है। ये देश के युवाओं का और सेना का अपमान है। अग्निपथ भर्ती योजना देश की सेवा के लिए नहीं भाजपा के नेताओं के दफ़्तर की चौकीदारी करने की योजना है? इस बयान से साफ जाहिर होता है की ये योजना देश के युवाओं के साथ धोखा और षड्यंत्र है। pic.twitter.com/77RpNNll7l
— Hansraj Meena (@HansrajMeena) June 19, 2022
हालांकि विजयवर्गीय ने डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की है लेकिन इसका असर उतना नहीं है जितना उनके बयान का हुआ।देखिये क्या लिखा कैलाश विजयवर्गीय ने।
#अग्निपथ_योजना से निकले अग्निवीर निश्चित तौर पर प्रशिक्षित एवं कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्ध होंगे, सेना में सेवाकाल पूर्ण करने के बाद वह जिस भी क्षेत्र में जायेंगे वहां उनकी उत्कृष्टता का उपयोग होगा।
मेरा आशय स्पष्ट रूप से यही था।
1/2
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) June 19, 2022
टूलकिट से जुड़े लोग मेरे बयान को तोड़ मरोड़कर प्रस्तुत करके कर्मवीरों का अपमान करने की कोशिश कर रहे हैं।
यह देश के कर्मवीरों का अपमान होगा।
राष्ट्रवीरो-धर्मवीरों के ख़िलाफ़ इस टूलकिट गैंग के षड्यंत्रों को देश भली भांति जानता है।
2/2
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) June 19, 2022