नई दिल्ली। लोकसभा के बजट सत्र के आखिरी दिन विपक्षी दलों ने फिर अपना विरोध प्रदर्शन किया। यहां सांसदों ने संसद भवन से विजय चौक तक ‘तिरंगा मार्च’ निकाला। इस दौरान यूपीए प्रमुख सोनिया गांधी भी हाथों में तिरंगा लेकर नेतृत्व करती हुईं चल रहीं थीं। कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल यहां अदानी मुद्दे पर जेपीसी की जांच की मांग कर रहे हैं।
तिरंगा मार्च के दौरान विपक्षी पाटियों की ओर से प्रेस को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मोदी सरकार सिर्फ लोकतंत्र की बातें करती है लेकिन जो कहती है वो करती नहीं। 50 लाख करोड़ का बजट सिर्फ 12 मिनट में पास हो गया और सरकार कहती रही कि विपक्ष हंगामा कर रहा है। ऐसा पहली बार हुआ जब संसद को सरकार ने नहीं चलने दिया। जब भी हम बोलने के लिए उठते थे और हम नोटिस देते थे। नोटिस पर चर्चा की मांग करते थे। तब वह हमको बोलने नहीं देते थे। ऐसा पहली बार हुआ कि सत्ता पक्ष ने ही संसद को चलने नहीं दिया। इसके पीछे वजह यही है कि जो हमने मुद्दे उठाए हैं, खास कर अडानी से जुड़े मुद्दे हैं।
देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ,
सत्ता पक्ष ने संसद को ठप्प कर, की "लोकतंत्र" की हत्या !"परम मित्र" को बचाने की क़वायद में रौंदे सारे संसदीय रिवाज़,
षड्यंत्र रच, डिसक्वालिफाई कर दबा दी विपक्ष की आवाज़!मोदी जी,
बाते मत बनाइये,
भ्रष्टाचार की जाँच करवाइये
JPC जांच बिठाइये ! pic.twitter.com/R0E2z2OCbW— Mallikarjun Kharge (@kharge) April 6, 2023
खड़गे ने कहा कि, “18 से 19 पार्टियों ने मिलकर इस कॉमन मुद्दे को उठाया। मुद्दा यह है अडानी को इतना महत्व क्यों दिया जा रहा है। अडानी की संपत्ति केवल ढाई साल में 12 लाख करोड़ रुपये कैसे बनी? सरकार से पैसा लिया, एलआईसी से लिया। बैंकों से लिया। सरकार का पैसा और पब्लिक सेक्टर की संपत्ति उन्होंने खरीदा। यानी पैसा भी सरकार का और संपत्ति भी सरकार की। वह संपत्ति बनाते गए। इतनी बड़ी संपत्ति वाला आदमी देश में या विदेश में कोई नहीं होगा।”
इस दौरान कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि, “पूरी बीजेपी और नरेंद्र मोदी सरकार लोकतंत्र को खत्म करने का काम कर रही है। पूरे सत्र में वे बस अडानी को बचाने में लगे थे। हम बस JPC जांच की मांग कर रहे हैं। वे इस पर बात तक नहीं कर रहे हैं। हम इस मुद्दे को जनता के बीच लेकर जाएंगे।” बता दें कि आज संसद के बजट सत्र का आखिरी दिन की कार्यवाही भी हंगामे के चलते नहीं हो पाई। अडाणी मुद्दे पर JPC की मांग को लेकर अड़ी कांग्रेस और 12 अन्य विपक्षी दलों ने विरोध जताने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला की तरफ से रखी गई शाम की चाय की पार्टी का बहिष्कार कर दिया है।