गुना सांसद यादव ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को मूर्ख कहा! यादव ने इंटरव्यू में जमकर निकाली भड़ास


यादव को उनके ही समाज के कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया था वहीं सिंधिया ने मंच से 2019 के लिए माफी मांगी थी।


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भोपाल। भाजपा प्रवक्ता और नेता कई बार कांग्रेस में अंर्तकलह की खबरों को हवा देते हैं। कांग्रेस में ऐसी खबरें तो अब तक नहीं आईं लेकिन भाजपा में यह खुलकर सामने आ रहीं हैं।

ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी बदलने के बाद उनके साथ भाजपा में आए पुराने कांग्रेसी भाजपाईयों के साथ अब तक सामंजस्य नहीं बिठा पा रहे हैं। इस बार तो खुद ये बाद सिंधिया पर भी लागू हो रही है।

जब उन्हें उनके पुराने साथी और प्रतिद्वंदी गुना सांसद केपी सिंह ने मूर्ख तक कह दिया।  केपी सिंह के एक साक्षात्कार का यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है और कांग्रेस भी इसे जमकर फैला रही है इसमें यादव, सिंधिया को लेकर जो कुछ कह रहे हैं वह सिंधिया और उनके साथ आए नेताओं को ठीक न लगे।

इस वीडियो में केपी सिंह यादव खासी बेबाकी से बोल रहे हैं। समाचार चैनल के ऑनलाइन प्लेटफार्म बुंदेली बौछार को दिए गए इस साक्षात्कार में वे सिंधिया पर जमकर निशाना साध रहे हैं और कह रहे हैं।

हालांकि उन्होंने सिंधिया का नाम नहीं लिया लेकिन उनके हालिया भाषणों का जिक्र किया है। यह भाषण सिंधिया ने पिछले दिनों शिवपुरी में दिया था जहां वे जनता से माफी मांग रहे थे।

 “भीड़ में कुछ मूर्ख लोग भी होते हैं, वो समझते अपने आपको बुद्धजीवी हैं, लेकिन वह होते नहीं हैं। कई मूर्ख होते हैं, मैंने पहले भी कहा है कि जिन्हें ये ही नहीं पता है कि हम भाजपा में हैं, केंद्र और राज्य में बीजेपी की सरकार है। बीजेपी का सांसद है। भरे मंच से जहां केंद्रीय मंत्री बैठे हैं, वहां से चिल्ला चिल्लाकर कह रहे हो कि 2019 में हमसे गलती हुई थी। उनकी बुद्धि विवेक की मैं दाद देता हूं। उनमें कहां से ये चीजें वह बोल लेते हैं।”

केपी यादव यहां एक तरह से सिंधिया को उनका नाम लिए बिना ही खूब सुना दी। यादव आगे कहते हैं कि  ‘ये तो वही बात हुई कि आप जिस थाली में खा रहे हो, उसी में छेद कर रहे हो। यहां से 2019 में बीजेपी सांसद जीता है और आप कह रहे हो कि हमसे गलती हुई है। अगर उनको इतनी ही तकलीफ है तो जहां वो थे उन्हें वहीं रहना था। वो इतने ही जनप्रिय हैं तो जहां थे वहीं रहकर फिर से संघर्ष करते। फिर से मेरे सामने या जिसे भी मेरी पार्टी टिकट देती उसके खिलाफ चुनाव लड़ते और जीतते तो मैं मानता कि इनकी बात में दम है।’

सिंधिया पर केपी यादव की यह खिसियाहट बेवजह नहीं है। दरअसल 2019 में जब यादव ने सिंधिया को चुनाव हराया था तो यह किसी बड़े उलटफेर से कम नहीं था लेकिन इसके बाद सिंधिया भाजपा में आ गए और यादव किनारे होते गए।

पिछले दिनों यादव समाज के एक सम्मेलन में सिंधिया ने अपने भाषण में कहा कि 2019 में हमसे बड़ी गलती हो गई और इसके लिए हमें माफ कीजिए। उल्लेखनीय है कि यह कार्यक्रम यादव समाज का था और इसमें केपी सिंह यादव को नहीं आमंत्रित किया गया था।


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