नई दिल्ली। हालही में अपने एक इंटरव्यू से मोदी सरकार की मुसीबत बढ़ा चुके पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक अब पुलिस की हिरासत में हैं। उन्हें एक दिन पहले ही सीबीआई का समन मिला था और अब एक खाप पंचायत को लेकर मामला बढ़ गया है। दरअसल सत्यपाल मलिक के मोदी सरकार पर कई खुलासों के बाद अब खाप पंचायत और कई किसान नेता उनके सर्मथन में हैं। इसे लकर एक खाप पंचायत भी होनी थी। इस पंचायत को दिल्ली के आरके पुरम के डीडीए पार्क में आयोजित किया गया था। इसे लेकर कई पंचायतों से जुड़े जाट नेता यहां पहुंच रहे थे लेकिन ऐन मौके पर पुलिस भी यहां पहुंच गई और इस पंचायत के आयोजन को लेकर अनुमति पत्र दिखाने की मांग की। पंचायत बुलाने वालों ने अनुमति नहीं ली थी ऐसे में वहां जमा लोगों को हटाया गया। इस बीच यूपी और हरियाणा के कई खाप नेता सत्यपाल मलिक से मिलने उनके आवास पर भी पहुंचे थे पुलिस को इस बारे में जानकारी मिली तो वे मलिक के घर भी गए।
यहां पुलिस ने स्पष्ट किया कि आवासीय क्षेत्र में वे बिना अनुमति के कोई बैठक नहीं कर सकते हैं। इसके बाद कई नेताओं को वसंत कुंज और आरकेपुरम थाने में ले जाया गया। इससे नाराज़ होकर सत्यपाल मलिक भी थाने पहुंच गए। यहां खबरें आने लगीं कि उन्हें हिरासत में ले लिया गया है लेकिन पुलिस ने इस मामले में बताया है कि उन्होंने मलिक को हिरासत में नहीं लिया है और थाने में कोई भी आ जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि एनडीए सरकार में जम्मू-कश्मीर सहित चार राज्यों के पूर्व राज्यपाल सत्य पाल मलिक ने राष्ट्रीय सुरक्षा और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के भ्रष्टाचार के प्रति दृष्टिकोण के बारे में पिछले सप्ताह द वायर को एक विस्फोटक साक्षात्कार देकर कई खुलासे किए थे। जिसके बाद उन्हें सीबीआई ने समन किया था। हालांकि पहले उन्हें जांच ऐसेंसी के दफ्तर में पेश होना था लेकिन अब कहा जा रहा है कि सीबीआई मलिक के घर आकर ही उनसे पूछताछ करेगी।
जानकारी के मुताबिक किया पूछताछ जिस विषय पर होनी है वह रिलायंस इंश्योरेंस से जुड़ा हुआ है। उल्लेखनीय है कि मलिक ने इस मामले में आर एस एस और भाजपा नेता राम माधव के द्वारा उन्हें रिश्वत दिए जाने का ऑफर दिया था। यह उस समय की घटना है जब मलिक जम्मू कश्मीर के राज्यपाल हुआ करते थे।
14 अप्रैल को, मलिक ने द वायर के लिए करण थापर को एक विस्फोटक साक्षात्कार दिया था, जिसमें उन्होंने विशेष रूप से इस सौदे के बारे में बात की थी। मलिक ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता राम माधव ने तत्कालीन जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल को रिलायंस इंश्योरेंस द्वारा प्रस्तावित एक योजना को पारित कराने की कोशिश करने के लिए विशेष दौरा किया था। मलिक के अनुसार, जब उन्होंने यह स्पष्ट किया कि योजना रद्द कर दी गई है और कागजी कार्रवाई पूरी कर ली गई है, तो माधव निराश होकर वहां से चले गए।
मलिक ने थापर के इंटरव्यू से पहले डीबी लाइव के लिए प्रशांत टंडन को दिए एक इंटरव्यू में भी इस घटना का जिक्र किया था। उसके प्रसारित होने के बाद माधव ने मलिक को मानहानि का नोटिस भेजा।