मध्यप्रदेश विधानसभा की राजनीति से बिदा हुए पूर्व सीएम शिवराज सिंह, केंद्र में कृषि मंत्री बनने के बाद विधायक के तौर पर दिया इस्तीफ़ा


शिवराज सिंह देश में सबसे ज्यादा वोटों से चुनाव जीतने वाले कुछ शुरुआती नेताओं में हैं। 18 वर्ष तक रहे मुख्यमंत्री और अब पांचवीं बार बने हैं विदिशा से सांसद


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राजनीति Updated On :

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बुधनी से विधायक शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार, 17 जून को बुधनी विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। इस मौके पर उन्होंने एक खास वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा, “आज मैं बहुत भावुक हूं। मैंने मध्य प्रदेश विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दिया है।” बता दें कि पीएम मोदी की नई कैबिनेट में शिवराज सिंह को दो मंत्रालयों का कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने वीडियो में कहा, “मैं बुधनी से विधायक था और बुधनी विधानसभा क्षेत्र की जनता मेरे रोम-रोम में बसी है, मेरी हर सांस में है। मैंने बुधनी से ही अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत की थी। बचपन से ही आंदोलन किए और फिर जनता का प्यार लगातार मिलता चला गया। इसी बुधनी विधानसभा क्षेत्र से मैं छह बार विधायक रहा, सांसद के चुनाव में भी छह बार इस जनता ने भारी बहुमत से मुझे जिताया। पिछले विधानसभा चुनाव में मैंने रिकॉर्ड 1 लाख 5 हजार वोटों से जीत दर्ज की थी और अभी लोकसभा में इसी जनता ने मुझे 1 लाख 46 हजार वोटों से जिताया।”

शिवराज सिंह चौहान विदिशा संसदीय क्षेत्र से 821,408 मतों से विजयी हुए, और देश में सर्वाधिक वोट से जीतने वाले नेताओं में शामिल रहे। उन्हें पीएम मोदी की नई कैबिनेट में दो मुख्य मंत्रालयों का पदभार सौंपा गया है। इस चुनाव से पहले शिवराज सिंह चौहान ने लगातार पांच बार विदिशा का प्रतिनिधित्व किया था और इस सीट को बीजेपी के लिए सबसे सुरक्षित बना दिया था। यह सीट बीजेपी का गढ़ बन गई है, इसी वजह से सुषमा स्वराज को लोकसभा में भेजने की आवश्यकता महसूस हुई तो भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें विदिशा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ाया, जहां वे लगातार दो बार सांसद बनीं थीं।



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